इस तरह होगा डवलपमेंट
-पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर 24 घंटे पेयजल आपूर्ति।-सीवरेज सुविधा उपलब्ध कराने, इंडस्ट्रीयल और कृषि के लिए परिशोधित जल की उपलब्धता।
-ठोस कचरा प्रबंधन को प्रभावी तरीके से लागू करते हुए जीरो वेस्ट मॉडल पर काम होगा।
-बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन और हानिकारक अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार किया जाएगा।
-विरासत को सहेजने, मनोरंजन सुविधाएं विकसित करने, सौन्दर्यन, चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने पर काम।
-रोड लाइट के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने, इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना।
-ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी की दिशा में काम।
-ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने, सड़कों की री-मॉडलिंग, पार्किंग स्थलों का निर्माण।
-बस स्टैंड डवलपमेंट, सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम और इंटर सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम में सुधार।
-आरयूआईडीपी के पांचवें चरण के तहत होगा काम
राजस्थान के इन 3 सांसदों ने दिया इस्तीफा, राजनीतिक गलियारों में हलचल
इन जिलों के 26 शहर भी होंगे शामिल
जयपुर के 12 सैटेलाइट टाउन- दूदू, चौमूं, बस्सी, बगरू, चाकसू, जोबनेर, फुलेरा, शाहपुरा, रींगस, श्रीमाधोपुर, खाटूश्यामजी, दौसा (प्रस्ताव में सीकर के शहरों और दौसा को जयपुर जोन में ही शामिल किया है)-अजमेर के 3 सैटेलाइट टाउन- पुष्कर, किशनगढ़, ब्यावर
-कोटा के 3 सैटेलाइट टाउन- बूंदी, कैथून, केशोरायपाटन
-भरतपुर के 4 सैटेलाइट टाउन- कुहेर, नगर, नदबई, डीग