पाली एसीबी ने बुधवार रात को आशा भाटी, उसके पुत्र ऋषभ व दलाल योगेन्द्र को जैतारण से जयपुर रिश्वत की राशि 1.75 लाख रुपए ले जाते गिरफ्तार किया था। एसीबी ने तीनों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया। हैरिटेज नगर निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने एक आदेश जारी कर सफाईकर्मी आशा को सस्पेंड कर दिया। निलम्बन काल में आशा का मुख्यालय उपायुक्त (कार्मिक) कार्यालय में होगा ।
मनमर्जी से आती जाती, 3 दिन से नहीं आ रही थी
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि आशा भाटी मनमर्जी से काम पर आती-जाती थी। आरएएस परीक्षा पास करने के बाद नीचे वाले कर्मचारी भी उसे कुछ नहीं कहते थे। अभी भी तीन दिन से वह नहीं आ रही थी। नगर निगम और नगर पालिकाओं में सफाईकर्मियों की भर्ती होनी है और आशा ने अपने बेटे व दलाल के साथ अभ्यर्थियों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1.75 लाख रुपए रिश्वत के एकत्र किए थे। जयपुर एसीबी की एक टीम नगर निगम हैरिटेज कार्यालय पहुंची और यहां पर सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने से संबंधित रजिस्टर को अपने साथ ले गई। दो लोगों से लिए 1.75 लाख रुपए
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आशा भाटी ने जैतारण के पास बलुंदा गांव में दो लोगों को नगर निगम हैरिटेज में सफाई कर्मचारी के पद पर नौकरी लगाने के लिए साढ़े तीन लाख रुपए में सौदा तय किया था। अग्रिम राशि के तौर पर 1.75 लाख रुपए लिए थे।