खाने का बर्तन इतना छोटा था कि एक ही वार्ड में खत्म हो जाए
इस मामले को लेकर पत्रिका की टीम ने हॉस्पिटल पहुंचकर दो दिनो तक पड़ताल की। इसी हफ्ते मंगलवार दोपहर करीब १.३० बजे महिला मेडिकल वार्ड के बाहर तीन महिलाएं मरीजों को खाना बाटने पहुंची। खाने का बर्तन इतना छोटा था कि एक ही वार्ड में खत्म हो जाए। महिलाओं ने यह खाना हॉस्पिटल के सभी वार्डो में बांट दिया। महिला मेडिकल वार्ड में ३ से ४ मरीजों ने ही खाना लिया, जबकि यहां पर २० से अधिक मरीज भर्ती थे। वहीं वार्ड के भोजन रजिस्टर में सभी मरीजों का नाम लिखा हुआ था। इसी प्रकार बुधवार को प्रसव वार्ड में २९ मरीज भर्ती थे। इसमें करीब १० मरीजों ने ही खाना लिया और रजिस्टर में सभी मरीजों का नाम लिखा हुआ था। ऐसे में जब बिल बनाया जाएगा, तो सभी मरीजों के नाम से ही बनेगा। इस स्थिति की मानिटरिंग नहीं होती है।