जबलपुर। शहपुरा क्षेत्र के औद्योगिक हब बनने की दिशा मे एक और अध्याय जुड़ गया है। भविष्य का ईंधन कहे जाने वाले इथेनॉल का प्लांट यहां अगले माह से उत्पादन शुरू कर देगा। 150 करोड़ की लागत से बनाए गए प्लांट की क्षमता 120 किलोलीटर प्रतिदिन है। इससे स्थानीय स्तर पर व्यापार और रोजगार बढ़ेगा। जिले में ऐसे चार प्लांट और प्रस्तावित हैं।्
कैथरा में स्थापना, तेल कंपनियों को सप्लाई
शहपुरा तहसील के ग्राम कैथरा में चावल से बनने वाले इथेनॉल की सप्लाई तीनों प्रमुख तेल कंपनियों को होगी। जिले में कच्चे माल की पर्याप्त उपलब्धता के कारण निवेशक इथेनॉल प्लांट की स्थापना में रुचि ले रहे हैं। इनमें अधिकतर इथेनॉल प्लांट ग्रेन बेस्ड है। यानि अनाज से ईंधन तैयार किया जाएगा।
भिटौनी में लगे हैं कंपनियों के प्लांट
इथेनॉल को पेट्रोल में मिश्रित किया जाता है। शहपुरा भिटौनी में तेल कंपनी बीपीसीएल, एचपीसीएल और आईओसी के डिपो में ऑटोमैटिक मशीनों से इसे पेट्रोल में मिलाया जाता है। इथेनॉल को ग्रीन एनर्जी भी कहा जाता है। अभी यह बाहर से आता था, लेकिन अब जिले में उपलब्ध होगा।
200 लोगों को मिलेगा रोजगार
निजी क्षेत्र के इस प्लांट से 200 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। कंपनी ने इसमें 150 करोड़ रुपए का निवेश किया है। निर्माता कंपनी के मनीष सिंह ने बताया कि एक माह के भीतर प्लांट उत्पादन शुरू कर देगा। इसकी स्थापना केंद्र सरकार की पेट्रोल ब्लेंडिंग स्कीम के अंतर्गत की जा रही है।