सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह जूपिटर यानि बृहस्पति शुक्रवार को इस साल के लिये पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इस घटना को जूपिटर एट पेरिजी कहते हैं। इस समय जूपिटर की पृथ्वी से दूरी लगभग 61 करोड़ 17 लाख 61 हजार किमी होगी।
जूपिटर यानि बृहस्पति पृथ्वी के सबसे पास होने के कारण सबसे अधिक चमकीला और अपेक्षाकृत बड़ा भी दिखाई देगा। इस तरह गुरुदर्शन का यह सबसे अच्छा अवसर होगा।
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सारिका घारू ने बताया कि आप जूपिटर को शाम को चमकते हुए पूर्व दिशा में देख सकते हैं। अगर आप टेलिस्कोप से देखेंगे तो इसकी डिस्क की पटिटकाओं तथा इसके मून को भी देख पाएंगे। इस घटना के समय बृहस्पति माइनस 2.8 के मैग्नीटयूड से चमक रहा होगा।
बता दें कि बृहस्पति यानि गुरू इस समय आकाश में वृषभ तारामंडल में है। यह शाम को उदित होने के बाद रात भर आकाश में रहकर मध्यरात्रि में सिर के ठीक उपर होगा तथा सुबह पश्चिम में अस्त हो जाएगा।