लंबे समय से अटकी हुई थी योजना
आपको बता दें कि अडानी समूह की यह परियोजना लंबे समय से अटकी पड़ी थी। इस योजना पर काफी विवाद चल रहे थे, जिसके कारण इस योजना को मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। अडानी की यह योजना कई अरब डॉलर की है। कंपनी को अंतिम अनुमति ऑस्ट्रेलिया में चुनाव के बाद मिली है।
ये भी पढ़ें: पिछले 11 सालों में देश के कई बैंकों को लगा करोड़ों का चूना, ICICI का नाम सबसे ऊपर
जल्द ही इस योजना पर काम शुरू होगा
इस चुनाव में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन के नेतृत्व वाले कोयला समर्थक गठबंधन की जीत हुई है। इससे पहले 31 मई को क्वींसलैंड राज्य सरकार ने कंपनी की विलुप्त प्राय, काली गर्दन वाले फिंच पक्षी के संरक्षण की योजना को मंजूरी दे दी थी। यह खनन परियोजना क्षेत्र पर कंपनी की अहम पर्यावरण सुरक्षा योजना का हिस्सा है। इस परियोजना पर काम शुरू करने को लेकर अडाणी समूह के सामने फिंच पक्षी का संरक्षण और भूजल का प्रबंधन ही दो प्रमुख बाधाएं थीं। कंपनी के खनन स्थल पर कुछ दिनों में निर्माण शुरू करने की उम्मीद है।
ये भी पढ़ें: PwC के ऑडिट में अनिल अंबानी की कंपनी के बारे में हुआ बड़ा खुलासा, बहीखातों में पाई गई गड़बड़ियां
विभाग के अधिकारियों ने दी जानकारी
राज्य के पर्यावरण एवं विज्ञान विभाग ने एक बयान में कहा कि उसने समूह द्वारा कुछ ही दिन पहले उपलब्ध करायी गयी एकदम नयी योजना को स्वीकार कर लिया है। विभाग ने कहा कि यह योजना बेहतर आकलन और सबसे अच्छे उपलब्ध वैज्ञानिक समाधान पर आधारित है। मीडिया रपटों के मुताबिक इससे पहले कंपनी ने भूजल प्रबंधन की दर्जन भर योजनाएं विभाग को सौंपी थीं, लेकिन उनमें से किसी को भी मंजूरी नहीं मिली।