scriptजानिए जैन धर्म, कल आज और कल | Know Jainism, yesterday today and tomorrow | Patrika News
इंदौर

जानिए जैन धर्म, कल आज और कल

हर रविवार को बास्केबाल स्टेडियम में होंगे प्रवचन
 

इंदौरAug 04, 2018 / 10:52 am

Lakhan Sharma

jain saint

जानिए जैन धर्म, कल आज और कल

श्री श्वेतांबर जैन तपागच्छ उपाश्रय ट्रस्ट एवं श्री पार्श्वनाथ जैन संघ रेसकोर्स रोड की मेजबानी में पहली बार शहर को एक ओजस्वी और प्रगतिशील साध्वी प.पू. श्री मयणाश्रीजी म.सा. की पावन निश्रा का सौभाग्य मिला है। देश की साढ़े तीन लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार में स्थापित करने, दिल्ली में आईएएस और आईपीएस जैसी शीर्ष परीक्षा देने आने वाले छात्र-छात्राओं के लिए नि:शुल्क होस्टल की स्थापना करने, महिलाओं के उत्थान के लिए हैप्पी वूमन-हैप्पी वर्ल्ड और जिवो जैसी संस्थाओं के माध्यम से समाज को नई दिशा देने वाली प.पू. साध्वी श्रीजी अब इंदौर में भी अपने रचनात्मक सेवा एवं संस्कार प्रकल्पों के जरिए एक खुशहाल व्यक्ति, परिवार एवं समाज की स्थापना के लिए 5 अगस्त से 2 सितंबर तक बास्केटबॉल स्टेडियम में प्रत्येक रविवार को जैन जागरण शिविरों का आयोजन करने जा रही है। पहला शिविर रविवार 5 अगस्त को प्रात: 10 बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें ‘जैन धर्म – कल, आज और कल’ विषय पर होगा जिसमें अब तक 3500 से अधिक पंजीयन हो चुके हैं। इनमें अधिकांश युवा हैं।
ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश बांगानी एवं सचिव यशवंत जैन, संयोजक दिलीप सी जैन, कीर्तिभाई डोसी, भरत कोठारी, महेंद्र बांगानी एवं अशोक जैन ने आज पत्रकारों को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यह इंदौर का सौभाग्य है कि पहली बार चातुर्मास में एक प्रगतिशील, कर्मठ और करूणा की प्रतिमूर्ति साध्वी प.पू. मयणाश्रीजी म.सा. की निश्रा आदिठाणा सहित मिल रही है। रविवार को होने वाले शिविर में जैन धर्म के इतिहास से लेकर अन्य सिद्धांतों से नई पौध को अवगत कराने का संकल्प उन्होंने किया है। समय की सख्त पाबंद रहने वाली साध्वीश्रीजी इसके बाद 12 अगस्त को ‘शिक्षा, संस्कार और सदाचार’, 19 अगस्त को ‘जीवन के दो अनमोल रत्न – माता-पिता’, 26 अगस्त को ‘जिन शासन की सफलता का राजमार्ग’, 2 सितंबर को ‘कैसे रहे खुशहाल परिवार’ जैसे विषयों पर भी शहर के समग्र संप्रदायों के हजारों जैन परिवारों में आत्मजागरण, धर्म जागरण एवं संघ जागरण की अभिवृद्धि हेतु शिविरों का आयोजन करने के लिए संकल्पबद्ध है। इन शिविरों की व्यवस्थाओं के लिए हेमंत जैन डिंगडांग, विपिन सोनी, पुखराज बंडी, मनीष सुराणा सहित नवकार परिवार रेसकोर्स रोड, शाश्वत महिला संघ एवं अन्य संस्थाएं भी समर्पित भाव से जुड़ी हुई हैं। शिविर के लाभार्थी विनोद-उर्मिला वोरा परिवार होंगे।
प.पू. आचार्य भगवंत श्रीमद बुद्धिसागरजी म.सा. की गुरू परंपरा में आचार्य पद्मसागर सूरीश्वर म.सा. एवं जिओ के प्रेरक नयपद्मसागर म.सा. की प्रेरणा से हैप्पी वूमन-हैप्पी वर्ल्ड की कल्पना को यथार्थ धरातल पर उतारने वाली प.पू. साध्वी भगवंत श्री मयणाश्रीजी की दीक्षा को दस वर्ष ही हुए हैं। दीक्षा के पूर्व उन्होंने दुबई एवं ईरान में अपना व्यवसाय भी किया है। श्रमणी विहार योजना भी आपने ही प्रारंभ की है जो विहार करने वाले साधु-साध्वी, भगवंतों की विहार में होने वाली कठिनाईयों को दूर करने में सहायक हो रही है। साध्वीश्रीजी का संकल्प है कि चातुर्मास का आयोजन परिणाम लक्ष्यी होना चाहिए। समाज में शिक्षा, संस्कार और सदाचार के साथ एक खुशहाल एवं समृद्ध परिवार की अवधारणा तभी सार्थक होगी, जब हमारी नई पौध धर्म और संस्कारों से परिपूर्ण होकर एक सभ्य नागरिक के रूप में समाज और राष्ट्र की सेवा करेगी।

Hindi News / Indore / जानिए जैन धर्म, कल आज और कल

ट्रेंडिंग वीडियो