मीडिया बातचीत के दौरान कार्तिक जोशी ने कहा कि, उन्होंने 12 मार्च को सुबह 7 बजे से अपनी दौड़ की शुरुआत की थी। स्पर्धा में देश के विभिन्न् राज्यों के चुनिंदा 20 अन्य धावक भी शामिल हुए थे, जिसमें मैने मध्य प्रदेश का नेतृत्व किया। यानी कार्तिक एमपी से एकलौते धावक थे। इस मैराथन में धावक को हर घंटे में 6.7 किमी दौड़ना होता है और शेष समय में आराम कर सकते हैं। अगले घंटे में फिर इतनी ही दूरी तय करनी होती है।
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34 मिनिट में पूरा किया 29वां लैप
कार्तिक के अनुसार, अरावली के जंगल में रात बेहद ठंडी तो दिन में बहुत गर्म थे। रास्ता भी मुश्किल था। 20 घंटे पूरे होने तक सिर्फ चार धावक होड़ में बचे थे। स्पर्धा में सबसे कम उम्र के धावक कार्तिक ने 29वां लैप 34 मिनिट में पूरा किया, जो स्पर्धा में सबसे तेज था। कार्तिक इससे पहले वर्ष 2020 में 39 घंटे में 262 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं।
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