इंदौर में 13 मई को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के मैदान छोड़ने से राजनीति गर्मा गई है। मध्यप्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इंदौर से कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय बम सुबह भाजपा विधायक रमेश मेंदोला और अन्य साथियों के साथ कलेक्टर दफ्तर पहुंचे और उन्होंने नाम वापस ले लिया। बताया जा रहा है कि यह इतनी गोपनीय तरीके से हुआ कि कांग्रेस को कानोंकान खबर नहीं हुई।
सूत्रों के मुताबिक एक होटल में बैठकर प्लान बनाया गया था। नाम वापस लेने पहुंचे अक्षय बम के साथ भाजपा के दिग्गज नेता एवं विधायक रमेश मेंदोला भी साथ थे। पत्रिका रिपोर्ट ने बताया कि अक्षय बम कलेक्टर आशीष सिंह से मिले, उनके साथ भाजपा विधायक रमेश मेंदोला और अन्य नेता भी शामिल थे। पत्रिका रिपोर्टर ने जब अक्षय बम से नाम वापस लेने के बारे में पूछा तो वे बगैर कुछ कहे बाहर निकल गए और अपनी कार में बैठ गए। उनके साथ रमेश मेंदोला से भी इस बारे में पूछा तो उन्होंने भी कुछ नहीं कहा। लेकिन, नाम वापस लेने के सवाल पर इनकार भी नहीं किया। इधर, अक्षय कांति बम के भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई है।
इंदौर में भी सूरत जैसा कांड
हाल ही में गुजरात में जो घटनाक्रम हुआ, वैसा ही नजारा इंदौर में भी देखने को मिल रहा है। इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव से नामांकन वापस ले लिया और भाजपा का दामन धाम लिया है। भाजपा के सीनियर नेता और मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इसकी जानकारी दी है। कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय बम के साथ सेल्फी शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा है। इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।
विजयवर्गीय का ऑपरेशन सफल
गौरतलब है कि इंदौर सीट के लिए 25 अप्रैल को नामांकन भरे गए थे। नाम वापसी के लिए 29 अप्रैल का अंतिम दिन था। इससे पहले कांग्रेस को कुछ खबर लग पाती, तब तक कैलाश विजयवर्गीय ने इस ऑपरेशन को अंजाम दे दिया। अक्षय बम ने हलफनामे में कुल 57 करोड़ की प्रापर्टी बताई थी। खास बात यह है कि कांग्रेस उम्मीदवार के पास कोई कार नहीं है, जबकि वे 14 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं।
भाजपा ने किया स्वागत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के गृह नगर इंदौर के ही कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के इंदौर संगठन में पिछले कुछ दिनों से खींचतान चल रही थी। कई कांग्रेस नेता जीतू पटवारी से भी नाराज चल रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान अक्षय ने इंदौर की चार नंबर सीट से टिकट मांगा था, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया था। इधर भाजपा ने अक्षय कांति बम का स्वागत किया है। निर्दलीय ने भी तोड़ी उम्मीद
इधर, कांग्रेस की उम्मीद अक्षय बम के बाद निर्दलीय ने भी तोड़ दी। कांग्रेस अपने अन्य कार्यकर्ता लीलाधर चौहान को बी फॉर्म देने वाली थी। वे निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरे थे। लेकिन उन्होंने भी अपना नाम वापस ले लिया। कांग्रेस फिलहाल रणनीति बनाने में जुटी है कि किसी निर्दलीय प्रत्याशी को बी फॉर्म देकर अपना प्रत्याशी बना सकें।