खजराना गणेश मंदिर का नवीनीकरण उज्जैन के महाकाल मंदिर के महाकाल लोक के तर्ज पर नागर शैली में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को उज्जैन में साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ (
Ujjain Simhastha 2028) तक पूरा किया जाना है। इस योजना को मंदिर प्रबंध समिति और
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा प्रारंभिक मंजूरी भी दी जा चुकी है। इस योजना विशेषज्ञों की मदद से बनवाया गया है और इसे जल्द सार्वजनिक किया जा सकता है। खजराना मंदिर के इस प्रोजेक्ट की लागत भक्तों द्वारा दान राशि और सहयोग से आएगी।
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- अन्न क्षेत्र और शेड का निर्माण भी महाकाल मंदिर एवं लोक की तरह नागर शैली में किया जाएगा।
- परिसर में एक भव्य मंडप का निर्माण होगा।
- भव्य प्रवेश द्वार, सुविधाजनक पार्किंग स्थल, वृक्षारोपण और रोटरी का भी निर्माण होगा।
- नवीनीकरण में मंदिर के मूल स्वरुप का बदलाव नहीं किया जाएगा बल्कि उसे यथावत रख संस्कृति के साथ प्रकृति को भी ध्यान में रख कर कार्य किया जाएगा ।
- मंदिर प्रांगण में 10 हजार वर्ग फीट पर सुविधा केंद्र भी बनेगा जिसमें क्लॉक रूम, विश्राम गृह, फीडिंग रूम, डे केयर रूम के साथ प्राथमिक उपचार कक्ष शामिल होंगे।
- मंदिर के आगे एक विशाल भवन का निर्माण होगा, जिसमें महाकाल मंदिर की तर्ज पर रैम्प भी बनेगा।