![5th National Water Award](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2024/06/indoree.png?resize=1024,683)
शहर और ग्रामीण इलाको का हुआ था परीक्षण
प्रथम अवार्ड के लिए इंदौर ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों का समान सहयोग है। केंद्रीय टीम ने इंदौर आकर एक दिन ग्रामीण क्षेत्र में जल स्रोत, संरचनाओं और पानी बचाने के विकल्प का परीक्षण किया था, वहीं एक दिन निगम सीमा में पानी बचाने और जल स्रोत का परीक्षण किया था। टीम ने रीचार्ज सॉफ्ट सहित शहरभर में हुए अलग-अलग पानी बचाने के कामों का दिल्ली में प्रस्तुतिकरण दिया था। यहां रीचार्ज सॉफ्ट की सराहना हुई थी। दावा किया था कि इस माध्यम से सर्वाधिक पानी बचाया जा सकेगा और ऐसा करने वाला इंदौर पहला शहर है।3 अहम काम से आगे आया इंदौर का नाम
1- वाटर रीचार्जशहर में निजी और सरकारी इमारतों के अलावा, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और जलजमाव वाले स्थानों पर वाटर रीचार्ज सॉफ्ट बनाए गए हैं।
शहर के जलस्रोत नदियों में बारिश का पानी अधिक से अधिक आ सके, ताकि पानी का संरक्षण हो और भूजल स्तर में वृद्धि हो, जिसके लिए नदियों और तालाबों के चैनलों की सफाई की गई। शहर में जनभागीदारी से करीब 24 किमी के एक दर्जन चैनलों की सफाई की गई।
एसटीपी पर पानी को ट्रीट करने के बाद अलग-अलग उपयोग में लिया गया। शहर में एसटीपी पर पानी को ट्रीट करने के बाद बिल्डिंग निर्माण और गार्डन आदि में उपयोग किया जाता है। 311 ऐप के जरिए इस पानी को आवश्यकता अनुसार बेचा भी जाता है।