इन 4 कामों के बिना अधूरा रह जाएगा नर्मदा तट पर जाना…
होशंगाबाद। मां नर्मदा की नगरी होशंगाबाद अलग-अलग रंगों की चादर में लिपटी है। स्वादिष्ट पकवान खाने के शौकीन हैं या फिर आप भी नर्मदा के किनारे घाट की खूबसूरती निहारते हुए सुकून की तलाश में हैं तो एक बार मां नर्मदा की नगरी होशंगाबाद जरूर आएं। यहां के लोग तो शहर की खासियत से रूबरू हैं ही लेकिन बाहर से आने वाले लोगों को ये कुछ बातें जरूर जाननी चाहिए, क्योंकि अगर आप यहां गए और ये 5 काम नहीं किए तो आप बाद में बहुत पछताने वाले हैं इसलिए अगर जा रहे हैं वहां की सैर करने तो जरूर करें ये 4 काम…
नर्मदा स्नान : होशंगाबा की संस्कृति का नर्मदा नदी से अटूट रिश्ता है। ऐसा माना जाता है कि नर्मदा जी के दर्शन मात्र से ही सभी पाप धुल जाते हैं। इसके अलावा नर्मदा स्नान से काफी पुण्य मिलता है।इसलिए सेठानी घाट जाकर नर्मदा जी में डुबकी लगाना होशंगाबाद की सैर के कुछ खास कामों में से एक है इसलिए वहां जाएं और नर्मदा स्नान जरूर करें।
मां नर्मदा के दर्शन : मां नर्मदा की नगरी होशंगाबाद, सेठानी घाट और यहां के मंदिरों के लिए जानी जाती है इसलिए अगर आप यहां गए और वहां के प्रमुख मंदिरों में दर्शन करने नहीं गए तो आप की यात्रा अधूरी रह ही जाएगी। यहां का सबसे प्रमुख मंदिर है सेठानी घाट स्थिति मां नर्मदा जी का मंदिर इसके दर्शन करने दूर दूर से लोग आते हैं। अगर आप भी होशंगाबाद जाने की सोच रहे हैं तो इस मंदिर में दर्शन जरूर करें।
मां नर्मदा जी की महाआरती : सेठानी घाट पर हर पूर्णिमा को यहां का नजारा अदुभुत रहता है। अलसुबह से जहां स्नान करने वालों की भीड़ दिखाई देती है वहीं शाम को होने वाली मां नर्मदा जी की महाआरती का नजारा भी काफी मनोरम होता है। शाम को बड़ी संख्या में लोग इस आरती को देखने के लिए इक_ा होते हैं। जो करीब आधा घंटे तक चलती है।
घाट पर घूमना : होशंगाबाद में मां नर्मदा के छोटे-बड़े मिलाकर करीब २७ घाट हैं। यहां घूमने पर मन को सुकून मिलता है। इनमें से सबसे खास है सेठानी घाट, जो होशंगाबाद की शान हैं जिसका अहसास आपको वहां जाकर ही होगा। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन घाट की सीढिय़ों पर बैठ कर मां नर्मदा की खूबसूरती को निहारना आपको जितना सुकून देता है वैसा सुकून शायद ही किसी काम में मिले। सबसे खास बात ये कि इस अद्भुत खूबसूरती को देखते कब मिनट घंटे में बदल जाते हैं पता भी नहीं चलता।