पीपल की छाल में विशेष प्रकार के तत्व पाए जाते हैं जैसे कि फेनॉलिक और टैनिनिक यूरिया, जो मधुमेह के प्रबंधन में मदद कर सकते हैं। इन तत्वों का मधुमेह के खतरनाक प्रभावों को कम करने में मदद की जा सकती है जैसे कि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना और इंसुलिन के प्रवाह को सुधारना।
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उच्च रक्तचाप (Hypertension) के लिए पीपल की छाल के फायदे:
पीपल की छाल में वासोडिलेटर गुण होते हैं, जो रक्तवाहिनियों को बढ़ावा देते हैं और रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह छाल रक्त में कॉलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक हो सकती है जो उच्च रक्तचाप की समस्या को बढ़ावा देते हैं।
यूरिक अम्ल की अधिकता से उत्पन्न होने वाली गठिया (Gout) और अन्य संबंधित समस्याएँ अच्छे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। पीपल की छाल में विशेष तत्व पाए जाते हैं जो मूत्रिक अम्ल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं और गठिया जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
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सावधानियाँ:
पीपल की छाल का सेवन केवल औषधीय उद्देश्यों के लिए ही करें और इसका अत्यधिक सेवन नहीं करें। इसे बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह की चिकित्सा या प्रयोगशाला उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं करना चाहिए।
पीपल की छाल में पाए जाने वाले औषधीय तत्व मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मूत्रिक अम्ल जैसी समस्याओं के इलाज में मददगार साबित हो सकते हैं। तात्कालिक चिकित्सा देखभाल के बिना, इसे केवल औषधीय उद्देश्यों के लिए ही उपयोग करें और सावधानी से सेवन करें।