मंत्रालय ने लोगों से पौष्टिक भोजन का चुनाव करने का आग्रह किया है ताकि “#TBMuktBharat” अभियान को सफल बनाया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत ने 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है, जो 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले है।
भारत में टीबी के 28 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं, जो दुनियाभर में टीबी के मामलों का 27 फीसदी है। पिछले महीने, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा था कि साथ मिलकर काम करने से भारत टीबी मुक्त हो सकता है।
फरवरी में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया था कि सरकार देश के 25 लाख टीबी मरीजों के लिए मुफ्त दवाइयां, जांच और पोषण पर सालाना करीब 3,000 करोड़ रुपये खर्च करती है। उन्होंने यह भी बताया कि देश के 10 लाख टीबी मरीजों को सेवाभावी नागरिकों द्वारा अपनाया जा रहा है, जो उन्हें हर महीने पोषण आहार भी उपलब्ध करा रहे हैं।