1. वजन नियन्त्रण में सहायक
कुट्टू के आटे में कई पोषक तत्व जैसे फाइबर, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी, प्रोटीन, मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। व्रत के दौरान फाइबर युक्त कुट्टू के आटे से बने फलाहार के सेवन से आपका पेट भरा हुआ रहता है जिससे बार बार भूख नहीं लगती। इस तरह आप अनावश्यक खाने से भी बच पाएंगे और वजन भी नियंत्रित रहेगा।
2. पाचन बेहतर बनाने में
व्रत करने वाले बहुत से लोगों को पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो जाती हैं। ऐसे में इस समस्या से आराम पाने के लिए कुट्टू के आटे के सेवन के फायदे देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यह आपकी आंतों की भी सफाई करने में सहायक हो सकता है।
3. हड्डियों के लिए फायदेमंद
जिन लोगों को जोड़ों के दर्द की परेशानी है उन्हें अपनी डाइट में कुट्टू के आटे को शामिल करना चाहिए। क्योंकि इसमें मौजूद मैंगनीज और कैल्शियम जोड़ों के दर्द से आराम दिलाने में मदद कर सकता है। यही नहीं इसका सेवन हड्डियों से जुड़ी समस्या जैसे ओस्टियोपोरोसिस के जोखिम भी कम करने में भी लाभकारी हो सकता है।
4. रक्त चाप की समस्या में
मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत होने के कारण ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी कुट्टू का आटा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। यह रक्त वाहिकाओं को आराम देकर रक्तचाप को नियंत्रित रख सकता है।
5. अस्थमा के लिए
विशेषज्ञों की मानें तो कुट्टू जैसे साबुत अनाज का सेवन अस्थमा की परेशानी के जोखिम को कम कर सकता है। क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन ई और मैग्नीशियम अस्थमा की समस्या से आराम दिला सकता है।