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यह है मामला
जानकारी के अनुसार, अमर सक्सेना (32) पुत्र रामचन्द्र सक्सेना गाजियाबाद के इंदिरापुरम में शिप्रा सनसिटी स्थित फ्लैट नंबर-703 में रह रहे थे। दोस्तों के साथ गंगा स्नान करने के दौरान अमर गहरे पानी में चले गए। देखथे ही देखते वह गंगा में डूबने लगे। इस दौरान उसके चीखने की आवाज सुनकर दोस्तों ने शोर मचाया। शोर सुनकर गंगा तट पर मौजूद मल्लाहों और गोताखोरों ने भी गंगा में छलांग लगा दी, लेकिन उन्हें जीवित नहीं बचाया जा सका।
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अस्पताल में डॉक्टरों मृत घोषित किया
घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद मल्लाहों ने अमर को गंगा से बाहर निकला। अनान फानन में उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अमर सक्सेना गाज़ियाबाद की शिप्रा सनसिटी में रहते थे और वह दिल्ली की लोधी रोड स्तिथ सीबीआई शाखा में तैनात थे। गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली प्रभारी हरे रामयादव ने बताया कि परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई थी। सूचना मलते ही परिजन रात में ही पहुंच गए थे। हालांकि, इससे पहले ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।