संगरिया. सीमावर्ती गांव चौटाला की माइनर में गुरुवार सुबह एक वृद्ध की लाश बरामद हुई। जिसे सीएचसी डबवाली मोर्चरी रुम में शिनाख्त के लिए सुरक्षित रखा गया है। चौटाला चौकी प्रभारी ने बताया कि शिनाख्त होने व परिजनों के पहुंचने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। चौटाला पैक्स सदस्य दयाराम उलाणियां के अनुसार करीब साठ साल के बूढ़े का शव माइनर में पीछे से बहकर आ रहा था। जिसे किसानों ने बाहर निकालकर पुलिस को सूचित किया। इससे पूर्व मंगलवार को एक वृद्धा ने गांव अबूबशहर स्थित राजस्थान कैनाल में छलांग लगा दी थी। बागड़ी भाषा बोलने वाली वृद्धा ऑटो रिक्शा चालक प्रदीप कुमार के साथ पूजा पाठ की सामग्री डालने के लिएअबूबशहर नहर पर आई। देखते ही देखते लिफाफे में कर्मकांड के सामान की बला से बचने के लिए पीछे हटने का कहते हुए वृद्धा ने नहर में छलांग लगा दी। शोर मचाने पर आए लोगों व पुलिस के पहुंचने तक वो डूब चुकी थी।
संगरिया. बीकानेर में अपनी भुआ के घर रह रहे छात्र का उसके पैतृक गांव रासूवाला में गुरुवार सुबह गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार हो गया। मृतक रासूवाला निवासी बलजिंद्रसिंह (२२) पुत्र गुरदयालसिंह एमएन नर्सिंग इंस्टीट्यूट बीकानेर में बीएसई अंतिम वर्ष में अध्ययनरत था। वह इंदिरा कॉलोनी बीकानेर में अपनी भुआ के पास ही रहकर पढ़ रहा था। बुधवार सुबह उसने बाथरुम में जाकर ब्लेड से गला काट लिया था। अधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई थी। पीबीएम हस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। सरपंच पांडुराम ने बताया कि पोस्टमॉर्ट्म के बाद जैसे ही पैतृक गांव रासूवाला में बलजिंद्र का शव पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। मां-बाप के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका। बीछवाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संगरिया. ससुरालियों की प्रताडऩा से दुखी तंग आकर आखिरकार फांसी के फंदे पर झूलकर मौत को गले लगा लिया। दहेज से नाखुश आरोपितों के उकसाने पर एक पैर से दिव्यांग ने ऐसा कदम उठाया। मृतका के भाई निहालखेड़ा (अबोहर) निवासी दलीप पुत्र बहादरराम मेघवाल की दी गई रिपोर्ट पर आत्महत्या दुष्पे्ररण के आरोप में पुलिस ने पति देवीलाल, सास दौलतीदेवी, ससुर काशीराम व ननद कलावतीदेवी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु की है। दलीप ने पुलिस को ये बताया कि उसकी मंजू की शादी नौ साल पहले वार्ड एक निवासी देवीलाल मेघवाल के साथ हुई थी। उसके तीन नाबालिग लड़किया हैं और मौत के वक्त भी वह गर्भवती थी। ससुराल वालों की प्रताडऩा के चलते वह मौत से तीन माह पूर्व गिर गई थी और बैसाखी के सहारे थी। १२ सितंबर सुबह सात बजे परेशान होकर मंजू ने अपने कमरे में फंदे से लटककर मौत को गले लगा लिया। मामले की जांच डीएसपी देवानंद कर रहे हैं। गौरतलब है कि घटना के रोज मर्ग दर्ज हुई थी। पोस्टर्माटम होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया था। अब अलग से दुष्प्रेरण मामला गुरुवार को दर्ज हुआ।