शौचालय बनने के बाद भी नहीं मिली राशि जिस पर हुई वात्र्ता तथा उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश से शुक्रवार सुबह दस बजे से स्वयं तहसीलदार, कृषि अधिकारी, पटवारी व गिरदावर किसानों को साथ लेकर खेतों का सर्वे करने का आश्वासन मिला। इस पर दो घंटे तक चला धरना-प्रदर्शन तीन बजे समाप्त हो गया। इससे पूर्व खेती बचाओ किसान बचाओ मोर्चा प्रवक्ता ओम जांगू के नेतृत्व में अमोलकसिंह खोसा, वेदप्रकाश, महेंद्र गोदारा, एनटीडब्ल्यू नहर अध्यक्ष
बलराजसिंह, जगसीर, सुखवीरसिंह, अजीत स्वामी, आत्माराम बांगड़वा, चरणजीत, रामकुमार सारण, मनजिंद्रसिंह खोसा, प्रकाशसिंह, बल्लासिंह, रायसिंह गोदारा, दयाल सिंह अकाली, रजीराम, जसमीत, नाजरसिंह, रखासिंह, मुकेश, सत्यपाल, सरजीत, गिरधारी, बलवीर आदि सहित दर्जनों किसान शामिल रहे।
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स्टोपर से टकराकर डी रेल हुआ थर्मल का इंजन इससे पूर्व तहसील परिसर में हुई सभा दौरान किसानों ने अपनी समस्याओं को रखा। धरना-प्रदर्शन करते हुए वक्ताओं ने गूंगी व बहरी हो चुकी भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताया। उन्होंने एसडीएम व तहसीलदार को बताया कि राजस्व विभाग के पास क्रॉप कटिंग कार्य है
लेकिन पटवारी इसे नहीं कर रहे हैं। हमारा दुर्भाय है कि २०१५ में रेंडम सर्वे दौरान ८५ फीसद खराबा आने के बावजूद किसी भी पटवारी ने क्रॉप कटिंग नहीं की और किसान मुआवजे से वंचित रह गए। किसी भी राजस्व कर्मी के खिलाफ कार्रवाई तक नहीं हुई। किसानों के१०७ करोड़ रुपयों पर पानी फिर गया।
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एक दषक से इस सडक पर हिचकोले खाती चल रही जिन्दगी किसान फिर से ऐसा नहीं होने देना चाहते इसलिए तुरंत क्रॉप कटिंग सर्वे करवाकर नुकसान का आकंलन शुरु कराना आवश्यक है। एसडीएम व तहसीलदार ने मुख्य दरवाजे पर आकर ज्ञापन लिया। उच्चाधिकारियों से वात्र्ता के उपरांत बताया कि फसल खराबे को लेकर एक कमेटी बनाई गई है। उन्होंने शुक्रवार सुबह दस बजे से तहसीलदार व अतिरिक्त कृषि अधिकारी, पटवारी व गिरदावर किसानों को साथ लेकर खेतों का
सर्वे करवाने की बात कही। सबसे पहले किसानों के साथ टीम एक एमजेडी से प्रथम दृष्ट्या सर्वे करेंगी। इस पर किसान शांत हुए। कानून व्यवस्था के लिए थाना प्रभारी मोहर सिंह पूनियां के नेतृत्व में पुलिस जाबता तैनात रहा।