सरपंच एडवोकेट महेंद्र भाकर तथा डायरेक्टर विक्रम कलहरी ने बताया कि सीआईडी सीबी बीकानेर से कांस्टेबल संत कुमार के नेतृत्व में डॉग स्क्वायड गुरुवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचा। उनके साथ थाना प्रभारी हनुमानाराम, एएससआई रामपाल समेत ढाबां चौकी पुलिस स्टाफ भी था। पुलिस टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया। मौके से खून से सनी तलवार मय म्यान बरामद की गई जो शौचालय में गिरी हुइ थी। कुई में मोबाइल भी मिला। आरोपी ने हत्या के बाद सबूत मिटाने के आशय से इन्हें कुई में गिरा दिया था। एसपी डॉ. अजय कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। पुलिस के अनुसार उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बीकानेर से खोजी श्वान दल टीम ने डेरा में जांच शुरू की। गांव के कई लोगों पर संत को धमकाने व जान से मारने का आरोप लगाने के बाद पुलिस हर एंगल से मामले की छानबीन कर रही है।
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डॉग काइजर ने किया खुलासा
सरपंच महेंद्र भाकर के अनुसार डीजीपीडिस्क से सम्मानित बीकानेर सीआईडी सीबी में तैनात डॉग काइजर ने इस हत्या का खुलासा किया है। पहले कई हत्या एवं चोरी सहित मादक पदार्थों के मामलों का डॉग खुलासा कर चुका है। उसने ना केवल आरोपी को ढूंढ़कर पुष्टि की बल्कि खूनी सनी तलवार बरामद करवाई। गांव के एक तीस वर्षीय युवक को पुलिस ने राउंडअप कर गिरफ्तार किया।
उसे काइजर ने कई लोगों के बीच तलवार सूंघकर ढूंढ़ लिया। लेकिन गृह शांति की बजाए माहौल बिगड़ने से वह नाराज था, इसी के चलते यूं तलवार के वार से गला रेतकर अपना गुस्सा शांत किया। शक यह भी जताया जा रहा है कि उसके साथ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
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उल्लेखनीय है कि गांव भाखरांवाली में संत चेतनप्रकाश का रक्तरंजित शव बुधवार सुबह बरामद हुआ था। इसके बाद रविशंकर पुत्र लालचंद निवासी वार्ड 24 श्रीगंगानगर ने गांव के कई जनों पर संत को धमकाने व उनकी हत्या करने का आरोप लगाया। उसने रिपोर्ट में बताया कि उसके परिवार में रिश्ते के अविवाहित नाना संत चेतनदास (65) पुत्र श्योलाल निवासी भागू (पंजाब) कुटिया में सेवा करते थे।
30 वर्षों से गांव में पूजा-पाठ कर संतमय जीवन व्यतीत करते थे। रोज की तरह बीती रात उनसे मां आदि ने फोन पर बातचीत की थी। रात को किसी वक्त अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। सुबह छह बजे ग्रामीण डेरे में गए तो देखा कि उनकी लाश डेरा परिसर में पड़ी है। उसे गांव के कई आदमियों पर शक है।