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ग्वालियर

ऐसी थी सिंधिया स्टेट की करेंसी,जानिये किसने छापा था 10 हजार का नोट

एक समय देश में पांच व 10 हजार के नोट भी प्रचलन थे। देश स्वतंत्र होने के पहले सिंधिया स्टेट एक बडी रियासत थी। इस रियासत की खुद की टकसाल थी, जिसमें सिंधिया महाराज अपने सिक्के व करेंसी तैयार करते थे।

ग्वालियरNov 11, 2016 / 06:28 pm

rishi jaiswal

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ग्वालियर। भारत सरकार ने 500 और 1000 के नोटों का प्रचलन बंद किया है। ग्वालियर की सिंधिया स्टेट में अपनी खुद की करेंसी चलती थी। कॉपर, सिल्वर और एक समय सोने के सिक्के सिंधिया राजवंश जारी करता था।

 यही नहीं एक समय देश में पांच व 10 हजार के नोट भी प्रचलन थे। देश स्वतंत्र होने के पहले सिंधिया स्टेट एक बडी रियासत थी। इस रियासत की खुद की टकसाल थी, जिसमें सिंधिया महाराज अपने सिक्के व करेंसी तैयार करते थे।
 सिंधिया राजवंश ने कॉपर से लेकर सिल्वर व कुछ राजाओं ने गोल्ड के सिक्के जारी किए। हालांकि पेपर करेंसी के रूप में ब्रिटिश सरकार के नोट इस्तेमाल की जाती है।
शेरशाह सूरी से की थी शुरूआत
रुपए की शुरूआत 16वीं शताब्दी में शेरशाह सूरी ने की थी। उन दिनों रुपए चांदी से बनाया जाता था।
 इसका वजन 11.34 ग्राम था। उस समय तांबे के 40 टुकड़े की कीमत एक रुपए के बराबर थी।



1 डालर की कीमत थी 1 रुपए(फोटो-डालर)
1947 में एक डालर व एक रुपए की कीमत बराबर थी। वहीं 1917 में एक रुपए की कीमत 13 अमेरिकी डालर के बराबर हुआ करती थी।
पाकिस्तान स्टांप लगाकर करता था इस्तेमाल
आजादी के बाद पाकिस्तान भारतीय नोट का इस्तेमाल अपने देश का स्टांप लगाकर करता था। 1948 में जब पाकिस्तान के पास उसके छपे हुए काफी नोट हो गए, तब उसके द्वारा भारतीय नोटों को बंद कर दिया गया।
1938 में आया था 10 हजार का नोट
1938 में पहली बार रिजर्व बैंक ने 10 हजार रुपए का नोट भारत में छापा था, जिसे 1946 में बंद कर दिया गया था। इसके बाद एक बार फिर 1954 में एक,पांच व दस हजार के नोट छापे गए,लेकिन फिर इन्हें 1978 में पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

भारत में नोट जारी करने का अधिकार सिर्फ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास है। वहीं एक रुपए का नोट वित्त मंत्रालय जारी करता है। इस नोट पर आरबीआई के गवर्नर की जगह फाइनेंस सेक्रेटरी के हस्ताक्षर होते हैं।



कई भाषाएं होती हैं नोट में
हिन्दी व अंग्रेजी के अलावा नोट पर 15 भाषाएं होती हैं। 10,20 और 50 रुपए के साथ दूसरी तरफ नोट पर संस्कृत, बंगालीए असमी, गुजराती, कन्नड़, कोंकणी,कश्मीरी, मराठी, मलयालम, उडिया,नेपाली,पंजाबी,तमिल, तेलगू व उर्दू भाषा का प्रयोग होता है।

कई जगह की करेंसी है रुपया
जानकारी के अनुसार 20वीं शताब्दी में रुपया कुवैत, केन्या, कतर, बहरीन, सेशल्स, ओमान, अदन व मॉरिशस की भी करेंसी थी। जबकि अब भारत के अलावा केवल नेपाल, पाकिस्तान,श्रीलंका, इंडोनेशिया व मॉरिशस में ही रुपया चलता है।
वहीं नेपाल में भारत के 500 व 1000 रुपए के नोट बैन हैं। यहद आप इन नोटों के साथ वहां पकड़े जाते हैं, तो आपको इसकी सजा भी मिल सकती है।



भारतीय नोट में होती है फोटो
हर भारतीय नोट पर एक फोटो होती है। जैसे 10 रुपए के नोट पर हाथी,गैंडा और शेर छपा है। 
वहीं 20 रुपए के नोट में अंडमान द्वीप और पहाड़ के अलावा अब नए आए 500 रुपए के नोट में लाल किला व 2000 रुपए के नोट में सेटेलाइट(मंगल मिशन) का फोटो छपा है।



किसी भी बैंक में बदल सकते हैं नोट
इसके अलावा यदि कोई फटा नोट या फटे नोट का 51प्रतिशत से अधिक हिस्सा आपके पास है, तो आप उस नोट को बैंक में बदल सकते हैं। रिजर्व बैंक की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी बैंक में फटा या पुराना नोट बदला जा सकता है।

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