रिटायर्ड मैनेजर वेदप्रकाश गुप्ता निवासी लक्ष्मीगंज ने बताया झुंडपुरा मुरैना निवासी भारत शर्मा उनका पुराना परिचित है। कुछ समय पहले उसे 60 हजार रुपए उधार दिए थे। इसके एवज में भारत का ऑटो गिरवी रखा था। लेकिन अब भारत की नियत बदल गई तो वह पैसा पचाने की फिराक में था। गुरुवार को भारत मिल गया तो उससे फिर तकादा किया तो उसने कहा साथ चलो आधी रकम 30 हजार रुपए लौटा देता हूं।
झांसे में लेकर उन्हें पड़ाव बस स्टैंड के पास होटल में ले गया। वहां कुछ देर बैठा कर रखा। इस दौरान भारत ने मुरैना निवासी अभिषेक रावत और उसकी गर्लफ्रेंड को बुला लिया। युवती के साथ उनके फोटो खींचे, धमकी दी कि बदनामी से बचना चाहते हो तो 60 हजार की उधारी भूल जाओ। डराकर कागज पर उनसे लेन-देन खत्म की लिखा पढ़ी भी की। उसके बाद भी बदमाशों ने नहीं छोड़ा उनके ही मोबाइल से बड़े भाई सत्यप्रकाश गुप्ता और भतीजे सागर निवासी पोरसा को फोन कर तीन लाख की फिरौती मांगी। जनकगंज टीआई संजीव नयन शर्मा ने बताया भाई के अगवा होने की सूचना पर सत्यप्रकाश और सागर ने १२ बजे पुलिस को घटना बताई।
अपहरणकर्ताओं ने सागर को फोन कर कहा कि रकम लेकर माधोगंज में अपने पुराने मकान के पास पहुंचो वहीं डील होगी। पुलिस और परिजन ठिकाने पर पहुंचे लेकिन वहां कोई नहीं मिला। फिर फोन कर होटल में बुलाया वहां अभिषेक ने सागर से तीन लाख रुपया लेकर वेदप्रकाश को कुछ देर में रिहा करने का भरोसा दिलाया। डील होने के बाद पुलिस होटल में घुस गई। जिस कमरे में किडनेपर वेदप्रकाश को बंधक बनाकर रखे थे उसमें घुसकर तीनों को दबोचकर उन्हंें रिहा कराया।
पैसे गिनते मिले अपहरणकर्ता
पुलिस का कहना है तीनों अपहरणकर्ता फिरौती की रकम को गिनते मिले, गिरोह की महिला सदस्य अपना हिस्सा समेट रही थी। पकडे़ जाने पर अभिषेक ने खुलासा किया इससे पहले भी प्रेमिका के साथ मिलकर कई लोगों को बदनाम करने कर ब्लैकमेल कर चुका है।