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ग्वालियर

शहर में गंदगी पर भडक़े सभापति, कहा-अधिकारी ईको ग्रीन कंपनी से मिले हुए हैं इसलिए नहीं करते कार्रवाई

उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा, एक महीने में ईको ग्रीन कंपनी को 1 से लेकर 66 वार्डों में अनुबंध के अनुसार कार्य करना होगा, ऐसा नहीं करने पर अधिकारी अधिक से अधिक पेनल्टी लगाएं और ठेका निरस्त करने की अनुशंसा करें।

ग्वालियरAug 03, 2019 / 01:17 am

Rahul rai

dirt in the city

शहर में गंदगी पर भडक़े सभापति, कहा-अधिकारी ईको ग्रीन कंपनी से मिले हुए हैं इसलिए नहीं करते कार्रवाई

ग्वालियर। नगर निगम परिषद की बैठक में शुक्रवार को सभापति राकेश माहौर ने दो टूक कहा कि अधिकारी ईको ग्रीन कंपनी से मिले हुए हैं, इसलिए शहर की सफाई व्यवस्था खराब होने के बाद भी कंपनी पर कार्रवाई नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था बेहतर होने के बजाए खराब हो गई है। पार्षद बार-बार शिकायत करते हैं फिर भी अधिकारी नहीं सुनते हैं। यह बहुत निंदनीय है कि अधिकारी कहने के बावजूद ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा, एक महीने में ईको ग्रीन कंपनी को 1 से लेकर 66 वार्डों में अनुबंध के अनुसार कार्य करना होगा, ऐसा नहीं करने पर अधिकारी अधिक से अधिक पेनल्टी लगाएं और ठेका निरस्त करने की अनुशंसा करें।
बैठक में हंगामा होने पर सभापति ने परिषद की कार्रवाई 6 अगस्त तक स्थगित कर दी। परिषद की बैठक में सफाई व्यवस्था पर चर्चा के दौरान पार्षद धर्मेन्द्र राणा ने कहा कि ईको ग्रीन कंपनी को शहर के सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था का ठेका दिया गया है, लेकिन वह 42 वार्डों में ही काम कर रही है। ऐसा कैसे हो सकता है, अगर कंपनी को कोई समस्या है तो उसके लिए वह परिषद में अपनी बात रखे, परिषद निर्णय लेगी, लेकिन बिना निर्णय कैसे अपनी मर्जी से काम कर सकती है। कंपनी द्वारा सही ढंग से सफाई का कार्य नहीं किया जा रहा है, इसलिए इसे ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई होनी चाहिए। पार्षद सुजीत भदौरिया ने कहा कि कंपनी द्वारा सही ढंग से सफाई नहीं की जा रही है, इसलिए इसका ठेका निरस्त किया जाना चाहिए।
कमिश्नर साहब, आप पहले सामान वापस करो
महाराज बाड़ा से हटाए गए फुटपाथियों को लेकर परिषद द्वारा किए गए ठहराव के बावजूद उनका सामान अभी तक वापस नहीं हुआ है। इस पर सभापति ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय है कि परिषद के आदेश के बावजूद सामान नहीं दिया है। इस पर कमिश्नर संदीप माकिन ने जवाब दिया कि फुटपाथियों के लिए कंपू हॉकर्स जोन में व्यवस्था की है, लेकिन वह वहां नहीं जाना चाहते हैं, जब वह लिखकर दे देंगे तब उनका सामान दे दें। इस पर सभापति ने साफ कहा कि ऐसा नहीं है, आप पहले उनका सामान वापस करिए।
ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाएं
पार्षदों ने जोनल अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अधिकारी न फोन उठाते हैं न कार्य करते हैं। इस पर सभापति ने कमिश्नर को आदेश दिए कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाया जाए जो जनप्रतिनिधि की नहीं सुनते हैं।
यह भी दिए निर्देश
ईको ग्रीन कंपनी के कर्मचारियों के लिए डे्रस कोड लागू करने, तंग गलियों से कचरा कलेक्शन के लिए रिक्शा शुरू करने, सभी विभागों के टेंडर और उनके वर्कऑर्डर जल्द जारी करने के निर्देश निगम कमिश्नर को दिए।
ईको ग्रीन पर कार्रवाई का अधिकार नहीं
नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित ने कहा कि ईको ग्रीन कंपनी को लेकर परिषद में कोई ठहराव नहीं हुआ है इसलिए सदन के पास कार्रवाई का अधिकार ही नहीं है। उनके यह कहने पर भाजपा पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया।
मंदिर का मुद्दा उठाने पर हंगामा
पार्षद जय सिंह सोलंकी ने कोटेश्वर मंदिर की जमीन का मुद्दा जैसे ही उठाया कांग्रेस पार्षदों ने आसंदी का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया और कहा कि बिंदु के बीच में कोई अन्य चर्चा नहीं की जा सकती है।

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