दूसरा मामला पुलिस विभाग के रेडियो शाखा से जुड़ा हुआ था। गुना के रेडियो शाखा में तैनात एक और आरक्षक को आइसोलेट कर दिया गया है। आरक्षक भोपाल में ड्यूटी करने के बाद ग्वालियर के प्रधान आरक्षक के साथ वाहन से लौटा था। प्रधान आरक्षक ग्वालियर में कोरोना पॉजीटिव आया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस महकमा सकते में आ गया, वजह यह कि प्रधान आरक्षक विभागीय तमाम लोगों से मिला था।
पुलिस अधीक्षक ने तत्काल आरक्षक को जिला अस्पताल में आइसोलेट कराया और रेडियो शाखा के दूसरे स्टॉफ को एबी रोड स्थित संजोग गार्डन में क्वारंटटीन कराया।
रेडियो शाखा का यह आरक्षक गुना आने के बाद विभाग के कई लोगों के संपर्क में रहा और विभागीय कामकाज भी करता रहा। स्वास्थ्य विभाग ने रेडियो आरक्षक और रेडियो शाखा के दूसरे स्टॉफ के सैम्पल लेकर कोरोना जांच के लिए भेज दिए हैं।
रेडियो शाखा के आरक्षक के गुना जिले में आने के बाद उसके संपर्क में आये सभी लोगों की जानकारी विभाग ने जुटाने के साथ उनको क्वारंटीन करना शुरू कर दिया है।
आरक्षक की सूचना देने में लापरवाही की होगी जांच आरक्षक के जिले में वापस आने की जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने में की गई लापरवाही के लिये रेडियो शाखा प्रभारी निरीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस लापरवाहीपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी संबंधित उच्चाधिकारियों को भी दी जाएगी। आरक्षक के भोपाल से गुना लौटने तक के संपूर्ण घटनाक्रम की जांच करने के लिये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुना टी.एस. बघेल को जांचअधिकारी बनाया गया है।
एसपी तरुण नायक का कहना है कि आरक्षक को तत्काल क्वारंटीन करा दिया है। इसकी संपूर्ण कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर ली गई है तथा इस संपूर्ण घटनाक्रम की जांच के लिये एडिशन एसपी को आदेशित किया गया हैं। स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है इससे घबराने या डरने जैसी कोई बात नहीं है तथा किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें।