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1990 में कर दिया था बंद
दरअसल, 1990 में इराक के तानाशाह शासक सद्दाम हुसैन ( Saddam Hussain ) ने कुवैत पर हमला किया था जिसके बाद से सभी खाड़ी देशों ( Gulf Country ) ने बगदाद से अपने दूतावास को बंद करने का निर्णय लिया था। मंत्रालय के हवाले से एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बगदाद में फिर से ओमानी दूतावास को खोलने से दोनों देशों व आम नागरिकों के बीच संबंधों में विकास होगा। हालांकि अभी तक मंत्रालय की ओर से दूतावास खोलने की तारीख तय नहीं की गई है।
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इराक ने ओमान के फैसले का किया स्वागत
बगदाद में 30 वर्षों बाद ओमान की ओर से दूतावास खोलने के फैसले पर इराक ने खुशी जाहिर की है और इसका स्वागत किया है। इराक ने कहा है कि ओमान का यह फैसला अरब देशों के विकास के लिए सकारात्मक कदम है। इराक विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अब एक साथ मिलकर कार्यों को आगे बढ़ाने में बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि बगदाद में संयुक्त अरब अमीरात ( united arab emirates ), सऊदी अरब ( Saudi Arabia ), कुवैत ( Kuwait ) और बहरीन ( Bahrain ) का दूतावास पहले से ही परिचालन में हैं। हालांकि जब 1990 में सद्दाम हुसैन ने कुवैत पर हमला किया था उस दौरान सभी खाड़ी देशों ने इराक से संबंध तोड़ लिए थे और दूतावास को बंद कर दिया था। अभी हाल के वर्षों में खाड़ी देशों और इराक के बीच संबंधों में सुधार हुआ है, जिसमें पड़ोसी कुवैत और सऊदी अरब शामिल हैं। साथ ही इराक ने हाल ही में ईरान के प्रभाव के कारण वर्षों से अरब देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुकता दिखाई है। गौरतलब है कि 2003 में अमरीका ( America ) ने सद्दाम हुसैन को सैन्य कार्रवाई में मारा था।
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