समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, महदी के कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के सिद्धांत पर जोर दिया गया है। सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मांगों का जवाब देने के लिए हर संभव प्रयास किया है।
सत्र के दौरान अब्दुल महदी ने उचित समाधान खोजने के लिए संसद का अगला सत्र बुलाया है। उन्होंने नई सरकार के गठन तक सरकार के मंत्रियों को अपना काम जारी रखने को कहा है।
महदी ने 29 नवंबर को इस्तीफे की घोषणा की थी
बता दें कि अब्दुल महदी ने 29 नवंबर को घोषणा की थी कि वह संसद को अपना इस्तीफा सौंपेंगे, ताकि सांसद सरकार विरोधी प्रदर्शनों के जवाब में एक नई सरकार चुन सके।
अक्टूबर की शुरुआत से इराक की राजधानी बगदाद के अलावा मध्य और दक्षिणी इराक के अन्य शहरों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग व्यापक सुधार, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, बेहतर सार्वजनिक सेवाओं और अधिक रोजगार के अवसरों की मांग कर रहे हैं।
जनरल जमील शुमारी को छोड़ना पड़ा अपना पद
आपको बता दें कि दक्षिणी इराक के नासिरियाह में गुरुवार को हजारों उग्र प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू तोड़ दी थी और सरकारी कार्रवाई में 25 लोग मारे गए थे।
दरअसल, जनरल जमील शुमारी को नासिरियाह में विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए भेजा गया था, लेकिन इस दौरान व्यापक प्रदर्शन को देख शुमारी ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चला दी। इसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों के भारी दबाव के बीच प्रधानमंत्री ने जनरल शुमारी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए शुमारी को उनके पद से हटा दिया। नासिरियाह के गवर्नर ने कार्रवाई के लिए शुमारी को दोषी ठहराया था।
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