देशभर में ये है मौजूदा मौसम प्रणाली
आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, डीसा, सुरेंद्रनगर से होकर गुजर रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 2-3 दिनों के दौरान राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों के अलावा लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश से भी दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती दिखाई दे रही हैं। इसके बाद
उत्तर प्रदेश के मानसून पर भी असर पड़ना शुरू हो जाएगा।
यूपी में बारिश को लेकर IMD ने की ये भविष्यवाणी
आंचलिक विज्ञान नगरी के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश ने बताया कि एक मानसून ट्रफ रेखा कोमोरिन क्षेत्र से दक्षिण तटीय कर्नाटक तक फैली हुई है। जबकि एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तरी कोंकण से लेकर मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश तक समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।
इसके अलावा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम पर बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में दो अक्टूबर को बारिश की संभावना नहीं है। इसके अलावा तीन अक्टूबर से सात अक्टूबर तक यूपी में बारिश का सिलसिला फिर शुरू हो जाएगा। हालांकि इस दौरान बहुत भारी बारिश नहीं होगी। तीन अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि चार अक्टूबर से पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
अक्टूबर में बारिश से ठंड में आ सकती है तेजी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अक्टूबर में अगले पांच दिनों तक होने वाली बारिश से ठंड में इजाफा हो सकता है। हालांकि इस दौरान ज्यादा सर्दी नहीं पड़ेगी, लेकिन मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है। इसके साथ ही नवंबर की शुरुआत से सर्दी अपना रंग दिखाना शुरू करेगी। मो. दानिश के अनुसार, अमूमन दिवाली से गुलाबी ठंड का सिलसिला शुरू हो जाता है, लेकिन तेजी से बदल रहे मौसम का इसपर प्रभाव पड़ा है। लगातार हो रही बारिश के चलते इस बार ठंड भी शुरुआत से ही अपना रंग दिखा सकती है। फिलहाल इसको लेकर अभी स्थितियां स्पष्ट नहीं हैं।