Gonda News:
गोंडा जिले के सूकर खेत पसका स्थिति संगम तट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालु पवित्र सरयू नदी के संगम तट पर स्नान कर दान ध्यान करेंगे। प्रशासन ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा सहित विभिन्न इंतजाम किए हैं। मेले में बड़ी संख्या में झूले, सर्कस के साथ ही घरेलू सामग्री, सौंदर्य प्रसाधन व खानपान की दुकानें लगी है। मुख्य स्नान के बाद कल्पवास समाप्त हो जाएगा। संपूर्ण मेला क्षेत्र में चहल-पहल बढ़ गई है। साधु-संत सुबह-शाम रामधुन कर रहे हैं। इससे संगम क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया है।
गोस्वामी तुलसीदास के गुरु नरहरिदास के आश्रम में हस्तलिखित रामायण के पन्ने इस स्थान की गवाही दे रहे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राजापुर सूकरखेत में ही श्रीरामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी का जन्म हुआ था। सूकरखेत में तुलसीदास जी के गुरु नरहरिदास जी का आश्रम भी है। कहते हैं तुलसीदास जी ने इसी पुण्य भूमि पर अपने गुरु से दीक्षा प्राप्त की थी। उनके गुरु के आश्रम में आज भी हस्त लिखित रामायण के पन्ने इस स्थान की ऐतिहासिकता की गवाही दे रहे हैं। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त एसडीएम कर रहे कैंप
मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे। एक सीओ, 20 उपनिरीक्षक, 80 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 25 महिला आरक्षियों के साथ ही आठ ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। अस्थायी रेडियो कंट्रोल स्थापित किया गया है। मेला में क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह ने बताया कि मेलास्थल के प्रवेश द्वारों पर पांच बैरियर लगाए गए हैं। इन पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। सिविल ड्रेस में भी पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। इसके अलावा कर्नलगंज के एसडीएम मेला क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं।