जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में बच्चे का सौदा हुआ। जिस व्यक्ति ने बच्चे को खरीदा था उसे लोगों ने पकड़ लिया। महिला और बच्चे को सोनारी के चाइल्ड केयर सेंटर ले जाया गया। यहां महिला ने करारनामा किया कि वह बच्चे को पालने में असमर्थ है, इस लिए बच्चे को केयर सेंटर में रख लिया जाए। बच्चे को केयर सेंटर में रखने के बाद महिला को पश्चिमी सिंहभूम भेज दिया गया जहां की वह रहने वाली थी।
चाइल्ड केयर सेंटर में महिला ने खुल कर अपनी आपबीती बताई। महिला ने बताया कि वह पश्चिमी सिंहभूम की रहने वाली है। उसका पति डेढ़ साल पहले यह दुनिया छोड़कर चला गया था। उसके दो बच्चे और भी है जो गांव में रहते हैं। इधर पति की मौत के बाद देवर से उसके अवैध संबंध रहे जिससे यह बच्चे ने जन्म लिया। महिला ने यह भी बताया कि देवर से गर्भवती होने के बाद उसने घर छोड़ दिया था। पहले चाईबासा फिर अन्य जगहों का सफर तक करने के बाद वह जमशेदपुर पहुंची। यहां उसने एक होटल में काम करना शुरू कर दिया।
होटल में काम छोड़ने के बाद वह टाटानगर स्टेशन आ गई और भीख मांगकर अपना गुजारा करने लगी। लगभग नौ दिन पहले स्टेशन पर भीख मांगे वाली अन्य महिला की मदद से उसने बच्चे को जन्म दिया। महिला बच्चे को पालने में असमर्थ थी तो उसने उसे बेचना मुनासिब समझा। महिला का कहना था कि वह इस बच्चे को कैसे पालती, ना ही इस बच्चे को गांव ले जा सकती थी। इस पर उसने स्टेशन पर सोने वाले एक भिखारी को वह बच्चा सौ रुपए में बेच दिया।