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जी हां, झारखंड के कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में ”भौजी साड़ी” की खूब डिमांड बढ़ गई है। दरअसल यहां यह बात प्रचलित हो गई है कि ननद अपनी भाभी को साड़ी खरीद कर दें। इसके बाद भाभी वह भौजी साड़ी पहन कर पूजा अर्चना करें। इससे परिवार पर किसी तरह का दुख नहीं आएगा। कोरोना से निजात पाने के लिए भी यह उपाय करने की सलाह महिलाओं को दी जा रही है।
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ऐसे में ग्रामीण इलाकों में ननद अपनी भाभी को यह साड़ी उपहार स्वरूप भेंट कर रही हैं। हालत यह है कि यदि किसी के पास पैसे नहीं है तो वह उधार तक करके इसे निभा रहा है। इन सभी आधारहीन बातों के बीच साड़ी व्यापारी चांदी कूट रहे हैं।
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यह सभी बातें प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची तो वह भी दंग रह गए। उनका कहना है कि यह अफवाह है। लोगों को जागरूक करेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी बिहार व झारखंड के इलाकों में कोरोना माई की पूजा चल पड़ी थी। यह कहा जा रहा था कि यह पूजा करने से कोरोना से मुक्ति मिलेगी।