बमबाज गुड्डू मुस्लिम के साथ छिपी है शाइस्ता परवीन! जानें क्या है सच
आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह जमीन भले ही गणेश दत्त मिश्रा नामक व्यक्ति ने एक करोड़ 29 लाख रुपये में खरीदी है, लेकिन उसकी इतनी हैसियत नहीं है कि इतना पैसा एक बार में खर्च कर सके। विभाग की टीम ने जांच की तो पता चला कि उसने जमीन खरीदने के लिए जिस कंपनी से लोन लिया था, उसमें मुख्तार के परिवार के लोग निदेशक और शेयर होल्डर हैं। इनमें एक शेयर होल्डर मोहम्मद सुहेब मुजाहिद भी है। उसे फर्जी एंबुलेंस मामले में पहले ही मुख्तार के साथ चार्जशीट किया गया है। ऐसे में साफ तौर पर यह माना जा रहा है कि यह कंपनी भी मुख्तार की ही है।आयकर विभाग के मुताबिक, इन कंपनियों में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी भी किसी ना किसी तौर पर जुड़ी हुई हैं। जिससे पता चलता है कि यह बेनामी प्रॉपर्टी किसी ना किसी रूप में मुख्तार अंसारी की ही है। ध्यान रहे कि अफशा अंसारी पर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने इनाम घोषित किया हुआ है और वह फिलहाल फरार बताई गई हैं।
आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी को जारी नोटिस में इस संपत्ति को खरीदने के लिए इस्तेमाल की गई रकम का श्रोत भी पूछा है। इसी के साथ गणेश दत्त मिश्रा से उसके संबंधों के बारे में पूछा गया है। इसके लिए आयकर विभाग ने मुख्तार को एक सप्ताह का समय दिया है। चेतावनी दी है कि समय से जवाब नहीं मिलने या संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इस संपत्ति को गाजे बाजे के साथ कुर्क कर लिया जाएगा।