इसके अलावा पार्टी के सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अंसारी का नाम लिए बिना शुक्रवार को पुलिस और न्यायिक अभिरक्षा में होने वाली मौतों पर सवाल उठाते हुए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच की मांग कर चुके हैं। अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर कहा, ”हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है. सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या कैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा।”
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की गुरुवार को बांदा में मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार बांदा जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज (Banda Medical College) में भर्ती करवाया गया था, जहां पर उनकी मौत हो गई। शुक्रवार को अंसारी परिवार की मौजूदगी में मुख्तार के शव का पोस्टमॉर्टम हो रहा है। बेटे उमर ने अपने पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। इसके बाद न्यायिक जांच कराने का फैसला लिया गया।