दिल्ली के सराय काले खां से रैपिड रेल का कॉरिडोर शुरू होगा। यह कौशांबी स्थित रेडिसन होटल के पास से साहिबाबाद होते हुए मेरठ स्थित मोदीपुरम में जाकर खत्म होगा। ईस्टर्न पेरिफेरल को क्रॉस करते हुए जाएगा। यह यमुना, हिंडन नदी और रेलवे ट्रैक को भी क्रॉस करेगा। इसके अलावा यह कॉरिडोर आनंद विहार, अशोक नगर और हिंडन रिवर मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा। इन मेट्रो स्टेशन से यात्री रैपिड रेल सेवा का भी सफर कर सकेंगे।
इन गांवों की ली जाएगी जमीन रैपिड रेल के लिए जमीन का सर्वे पूरा हो गया है। गाजियाबाद में दस गांव की जमीन ली जानी है। एनसीआरटीसी व भू-अर्जन विभाग की तरफ से डीएम को रिपोर्ट भेजी जानी है। रेल कॉरिडोर के लिए 10 गांवों की करीब 100 हेक्टेयर जमीन एक्वायर की जाएगी। रैपिड रेल के लिए बेगमाबाद बुदान गांव की 0.2964, बिसोखर की 0.6771, बसंतपुर सैंथली की 24.2482, दुहाई की 43.5481, भिक्कनपुर की 28.3039, साहिबाबाद की 0.1556, बोंझा की 0.1712, डरगल की 1.2386, उखलारसी की 0.6007 और सीकरी खुर्द की 0.8201 हेक्टेयर जमीन ली जानी है।
परियोजना पर एक नजर दरअसल में दिल्ली और मेरठ के बीच में 82 किलोमीटर का यह कॉरिडोर होगा। रैपिड रेल की अधिकतम स्पीड 160 और न्यूनतम 100 किलोमीटर की होगी।इस प्रोजेक्ट पर करीब 34500 करोड़ रूपये का खर्च होना है। यूपी सरकार 4300 करोड़ रुपये देगी। एक रैपिड रेल में 12 कोच होंगे। रैपिड रेल कॉरिडोार के फर्स्ट फेज का निर्माण 2024 तक होना है।
ये है प्रस्तावित स्टेशन सराय काले खाँ, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, ग़ाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुराद नगर, मेरठ दक्षिण, शताब्दी नगर, बेगमपुल, मेरठ उत्तर, मोदीपुरम आदि प्रस्तावित है।