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सेना के कर्नल रैंक के अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित, कैंट एरिया सील मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते जिला अस्पताल या संयुक्त जिला अस्पताल में लोगों को मिलने वाली चिकित्सा संबंधी कुछ ऐसी सेवाओं को रोक दिया गया था, जिन्हें बाद में भी शुरू किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शासन के आदेश आए हैं कि नसबंदी छोड़कर अन्य सभी सेवाओं को जल्द से जल्द शुरू कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव का आदेश मिलने के बाद एसीएमओ डाॅ. संजय अग्रवाल को निर्देश दिए गए हैं कि सभी नॉन कोविड इकाइयों पर परिवार नियोजन सेवाएं पुन: संचालित कराई जाएं। इसके अलावा कोविड-19 की ड्यूटी में जुटी आशा और एएनएम क्षेत्र में भ्रमण के दौरान कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण करेंगी, ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जरूरत के मुताबिक परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध होते रहें।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी मई के पहले सप्ताह में ही टीकाकरण का कार्य भी शुरु कर दिया गया था जो कि सुचारू रूप से किया जा रहा है। अब शासन ने यह निर्णय लिया है कि नसबंदी को छोड़कर परिवार नियोजन की सेवाओं को भी शुरू किया जाए। इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आदेश दिये हैं कि महिला व पुरूष नसबंदी को छोड़कर अन्य परिवार नियोजन सेवाएं पुन: संचालित की जाएं। सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सेवा शुरू करा दी गई है।
इसके अलावा जिन क्षेत्रों में कोविड-19 का प्रभाव नहीं है उन क्षेत्रों में दो बच्चों के बीच अंतराल विधियों के बारे में प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट एरिया में निवास करने वाले ड्यूटी करने वाले या फिर संक्रमण के लक्षण वाली आशा, एएनएम और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी परिवार नियोजन कार्यक्रम में हरगिज न लगाई जाए। इसके अलावा नॉन कोविड प्रसव इकाईयों में अंतराल और परिवार नियोजन के लिए अपनाई जाने वाली सभी अस्थाई विधियां जैसे पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, अंतरा, छाया, कंडोम और गर्भनिरोध गोलियों पर पूर्व की भांति ही कार्यक्रम संचालित किए जाने के आदेश दिए गए हैं।