इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि जिस तरह से जनपद में कोविड-19 संक्रमण लगातार फैल रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनपद में दो और नए कोविड-19 सेंटर बनाए जाने की तैयारी की गई है। जिनमें बिना लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमण ग्रसित लोगों को रखा जाएगा। इनमें से एक कोविड-19 सेंटर एसआरएम यूनिवर्सिटी मोदीनगर जबकि दूसरा सुंदर जीत इंस्टिट्यूट में बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन कोविड-19 को क्रियाशील करने के लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के द्वारा आईएमए गाजियाबाद से वॉलंटरी तौर पर 12 चिकित्सक और 12 नर्स उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। वहीं एसआरएम यूनिवर्सिटी में 450 और सुंदरदीप में 200 बेड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि कोई भीड़ केयर सेंटर में एक शिफ्ट में 2 चिकित्सकों की ड्यूटी होगी एक सेंटर में 3 शब्दों में कुल 6 चिकित्सकों की जरूरत होगी। दोनों कोविड-19 सेंटरों को क्रियाशील करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा 12 चिकित्सक उपलब्ध कराए जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार यदि कोई मरीज पूर्णा संक्रमित होने के साथ-साथ मधुमेह उच्च रक्तचाप या हृदय रोग जैसी किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है । तो उसे एल 2 में भर्ती किया जाएगा। जिन मरीजों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम की जरूरत होगी उन्हें सीधे एल 3 अस्पताल में भर्ती किया जाता है। गाजियाबाद में अब तक एल फ्री अस्पताल को संचालन केवल संतोष अस्पताल में किया जा रहा है और जल्द ही वसुंधरा में भी नवनिर्मित ली क्रेस्ट हॉस्पिटल में भी एल 3 लेवल अस्पताल का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। यह एल 3 पेड़ अस्पताल होगा। यानी यहां उपचार कराने वाले मरीजों को भुगतान करना होगा। जबकि संतोष अस्पताल में चल रहा एल 3 पूरी तरह निशुल्क है इसका खर्च स्वास्थ्य विभाग वहन करता है। वहीं दूसरी तरफ आइए में अध्यक्ष डॉक्टर बी.बी जिंदल का कहना है कि इस पर निर्णय लेने के लिए आई एम ए की मीटिंग बुलाई गई है इसमें जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा और इस महामारी को गंभीरता से लेते हुए उनका मैनेजमेंट भी इसमें पूरा साथ देगा।