पीसीएस सुरेश कुमार ने मां गायत्री के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। क्षमा चौधरी ने कहा कि गायत्री महामंत्र है। इसके प्रतिदिन जाप करने से सफलता अपने आप मिलने लगती है। टोली नायक संध्या तिवारी ने गायत्री मंत्र की एक-एक पंक्ति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस मंत्र के 24 गुण, सफलता, पालन, योग, प्रेम, तेज, संयम आदि को बढ़ावा देता है। भारत इसी गायत्री विद्या के बल पर जगतगुरू था और अब विश्व गुरू बनेगा। गायत्री मंत्र से परमात्मा के सभी गुण हमारे अंदर आ जाते हैं।
संगीत की कक्षा में मनुष्य देवता बने और धरती स्वर्ग के समान हो। ज्योति से ज्योति जलाओ सद्गुरु, अंतरमन मिलाओ सद्गुरु जैसे आदि गीतों का अभ्यास कराया गया। सुबह साढ़े छह बजे योग अभ्यास कराया जाएगा। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक धर्मवीर सिंह, विमल यादव, मुकेश पाठक, सुनीता महामना, विमला चैहान, हर्ष यादव, सुमन जादौन, विनीता चैहान, गायत्री उपाध्याय, प्रदीप जादौन, योगेन्द्र, विमल त्यागी, मधु भारद्वाज, प्रभा शर्मा, मंजू शर्मा आदि मौजूद रहे।