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SBI Cards ने किया विश्लेषण
एसबीआई कार्ड के अनुसार 25 मार्च से शुरू फस्र्ट फेज के कोरोना वायरस लॉकडाउन में ही लगातार बिजनेस एक्टिविटी में लगातार इजाफा कर रही है। कंपनी ने स्टॉक एक्चेंज को दी गई सूचना में कहा है कि कोरोना संकट की वजह से अप्रत्याशित आर्थिक स्थिति का विस्तार से विश्लेषण किया है और अपने व्यापार प्रभाव को प्रबंधित करने के लिये रणनीति तैयार की है। कंपनी की मानें तो क्रेडिट कार्ड ऐसा उत्पाद है जहां ग्राहकों से निरंतर जुड़ाव का लाभ है और इसका कारण कारोबार की कुछ अलग प्रवृत्ति है।
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मई के महीने में 175 करोड़ से ज्यादा खर्च
एसबीआई कार्ड ने बताया कि बैंक की ओर से किए गए प्रयासों की वजह से ही लॉकडाउन के दौरान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लगातार खर्च हुआ है। मई के महीने में लॉकडाउन में छूट की वजह से मई में क्रेडिट कार्ड का औसतन खर्च 75 करोड़ रुपए से अधिक रहा। जबकि बीते वर्ष समान माह में यह खर्च 290 करोड़ रुपए से अधिक था। वहीं मई के आखिरी सात दिनों की बात करें तो रोजाना का खर्च 200 करोड़ रुपए से ज्यादा देखने को मिला। कंपनी के आंकड़ों के अनुसार अब लॉकडाउन के पहले दैनिक औसत व्यय का लगभग 60 फीसदी हासिल कर चुकी है।
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यह भी हैं आंकड़े
– वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में कुल खुदरा व्यय का 44 फीसदी था।
– मई में कुल खुदरा व्यय 55 फीसदी हो गया।
– बड़ी किराना दुकान, जन उपयोगी सेवाएं, ईंधन, इलेक्ट्रॉनिक और स्वास्थ्य सेवाओं में ज्यादा खर्च।
– ट्रैवल, बाहर खाने-पीने और होटल में ठहरने जैसे मदों में खर्च बहुत कम।
– कॉरपोरेट कार्ड के जरिए 2019-20 की चौथी तिमाही में करीब 6,000 करोड़ रुपए खर्च हुए।