पैंट निकाल कर पार किया बाढ़ का पानी जिले का बिलावलपुर इलाका इनदिनों बाढ़ की चपेट में है। इसी वजह से दूल्हे ने पैंट हाथ में लेकर पैदल बाढ़ का पानी पार किया। निकाह में शामिल होने जा रहे सभी लोग भी इसी तरह बाढ़ के पानी में चलकर गांव बिलावलपुर तक पैदल गए। बिलावलपुर पहुंचने के बाद दूल्हे को पैंट और सेहरा पहनाया गया। जिसके बाद दूल्हा अपने परिजनों के साथ दुल्हन लेने निकल पड़ा। बारात पहुंचने के बाद धूमधाम से निकाह हुआ।
बाढ़ ने बरपाया कहर कुदरत के सामने किसी का जोर नहीं चलता है। विवाह हो या निकाह, शानदार लिबास पहनना, खुद को बेहद खूबसूरत दिखाना हर दूल्हे और दुल्हन का सपना होता है। फर्रुखाबाद जिले में बाढ़ इस तरह कहर बरपा रही है कि लोगों को अब शादी विवाह में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ ऐसी ही तस्वीर गांव पंखिया नगला में देखने को मिला।
टोकरी में सेहरा, हाथ में पैंट पंखिया गांव का रहने वाले दूल्हे को भी बाढ़ के कहर का सामना करना पड़ा। टोकरी में सेहरा, हाथ में पैंट लेकर दूल्हा घर से निकला तो बारातियों को दो-दो फीट पानी में चलना पड़ा। बाढ़ की वजह से दूल्हा बगैर पैंट और सेहरे के घर से निकला। बरातियों ने भी आधे कपड़ों में बाढ़ के पानी के बीच दूसरे गांव तक पैदल गए। बाढ़ वाले इलाके से निकले के बाद दूल्हे को पैंट व सेहरा पहनाया गया फिर बारात उन्नाव के लिए रवाना हो गई।
दरअसल, मऊदरवाजा थाना इलाके के गांव पंखिया नगला के यासीन खां ने बेटे मोहसिन का निकाह जनपद उन्नाव के शुक्लागंज में तय किया गया था। काजी ने निकाह के लिए मंगलवार की तारीख तय की। लेकिन न तो दूल्हे को पता था और न दुल्हन को कि इस तारीख को दोनों को बाढ़ का सामना करना होगा। इन दिनों गांव में बाढ़ का पानी भरा है।