सीबीएसई बोर्ड ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ये सभी वीडियो फेक हैं तथा बोर्ड द्वारा परीक्षा में धांधली एवं नकल रोकने के लिए किए गए उपायों को बेअसर करने के लिए बनाए गए हैं। बोर्ड ने अज्ञात बेईमान लोगों के खिलाफ आईपीसी और आईटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है जो अपने निजी तथा व्यावसायिक लाभ के लिए छात्रों में घबराहट व भ्रम फैलाने की स्थिति बना रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी इसी तरह सीबीएसई बोर्ड के पेपर लीक होने की खबरें आई थीं। इन खबरों में 10th कक्षा के गणित तथा 12th कक्षा के अर्थशास्त्र के पर्चे लीक होने की बात कही गई थी। बाद में इनमें से एक की पुष्टि भी की गई थी जिसके कारण 20 लाख से अधिक परीक्षार्थी प्रभावित हुए थे।
फेक न्यूज पर जारी किए थे नए नियम
इस वर्ष सीबीएसई ने इन फेक वीडियोज तथा खबरों को लेकर अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर छात्रों एवं उनके अभिभावकों के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए थे जिनमें कहा गया था कि किसी भी खबर की पुष्टि के लिए बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट को विजिट करें। इसके तहत छात्रों तथा उनके अभिभावकों को सलाह दी गई थी कि किसी भी तरह की जानकारी अथवा खबर की पुष्टि के लिए वो सोशल मीडिया पर भरोसा न करें वरन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट http://cbse.nic.in/ अथवा http://cbseacademic.nic.in/ पर देखें। इसके साथ ही बोर्ड ने सभी संभावित चीजों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष कई नई पहल भी शुरू की हैं जिनमें परीक्षा केन्द्र लोकेटर ऐप, परीक्षा केन्द्रों से लाइव वेब स्ट्रीमिंग तथा कॉन्फीडेंशियल पेपर की पुख्ता निगरानी भी शामिल हैं।