ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (FCDO) ने सम्मान सूची के हवाले से एक बयान में कहा, आलोक शर्मा को सीओपी26 में अपने नेतृत्व से जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में योगदान देने और भविष्य में जलवायु परिवर्तन से निपटने में बड़ा योगदान देने वाले ऐतिहासिक समझौते के लिए ब्रिटेन को प्रेरित करने के लिए ‘नाइटहुड’ दिया जाता है। आलोक शर्मा को ‘विदेशी सूची’ (Overseas List) में नामित किया गया है।
30 से ज्यादा भारतीय मूल के कैम्पेनर्स, अर्थशास्त्रियों, शिक्षाविदों, मेडिक्स और परोपकारी लोगों को उनकी ‘अविश्वसनीय सार्वजनिक सेवा’ के लिए ब्रिटिश सम्राट के नाम से जारी वार्षिक सूची में सम्मानित किया गया है। ब्रिटेन व विदेशों में अविश्वसनीय जन सेवा के लिए ब्रिटेन के किंग द्वारा यह अवार्ड दिया जाता है। इसी तरह जलवायु विषय को लेकर प्रोफेसर सर पार्थ सारथी दासगुप्ता को अर्थशास्त्र और पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए ‘नाइट्स ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर (GBE) के लिए चुना गया है।
कौन है आलोक शर्मा
उत्तर प्रदेश के आगरा में आलोक शर्मा के जन्म के 5 साल बाद उनका परिवार ब्रिटेन के लंदन में बस गया था। उन्होंने सैलफोर्ड विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अकाउंटेंट का प्रशिक्षण लिया था और कॉरपोरेट फाइनेंस क्षेत्र में नौकरी की और बाद में राजनीति में उतरे। शर्मा ने 2010 में बोरिस जॉनसन की पार्टी से सांसद का चुनाव जीता और ब्रिटेन के मौजूदा प्रधानमंत्री ऋृषि सुनक ने भी अपने पद की शपथ गीता पर हाथ रखकर ली थी। कई जूनियर पदों पर काम करने के बाद जब साल 2019 में बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने, तो आलोक शर्मा को अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री का पद दिया गया और फिर ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने विश्व के सबसे बड़े जलवायु परिवर्तन मंच सीओपी-26 का अध्यक्ष आलोक शर्मा को बनाया।