दुनिया के सबसे एडवांस FCEV टोयोटा मिराई का अध्ययन और मूल्यांकन करने के लिए टोयोटा द्वारा इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) के साथ पायलट प्रोजेक्ट का संचालन किया जाएगा। टोयोटा मिराई का नाम अपने बेहतर परफॉर्मेंस के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। इस कार ने एक बार फुल टैंक में 1359 किलोमीटर का सफर किया था, जो कि किसी भी फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक कार द्वारा तय की जाने वाली सबसे लंबी दूरी है।
Toyota Mirai को दुनिया की सबसे ग्रीनेस्ट कार के तौर पर जाना जाता है। सिंगल टैंक में ये कार 650 किलोमीटर तक का रेंज देने में सक्षम है जो कि EPA -प्रमाणित माइलेज है। हाइड्रोजन को फिर से भरने में कम समय लगता है और इलेक्ट्रिक वाहनों की तरह शून्य टेल पाइप उत्सर्जन होता है। इस परियोजना का उद्देश्य हाइड्रोजन, एफसीईवी प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूकता फैलाना और भारत के लिए हाइड्रोजन बेस्ड व्हीकल प्रयोग को बढ़ावा देना है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, ग्रीन हाइड्रोजन द्वारा संचालित परिवहन भविष्य का एक महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी विकल्प होने जा रहा है, विशेष रूप से बड़ी कारों, बसों, ट्रकों, जहाजों और ट्रेनों में और मध्यम से लंबी अवधि के लिए सबसे उपयुक्त है। हाल ही में, नितिन गडकरी ने कहा कि वह खुद टोयोटा मिराई का उपयोग शुरू करेंगे और फरीदाबाद से इंडियन ऑयल ने इस वाहन के लिए ग्रीन हाइड्रोजन की आपूर्ति करने का आश्वासन दिया है।
कैसी है नई Toyota Mirai:
बता दें कि, Toyota Mirai का लेटेस्ट वर्जन विश्व बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध है, इसे फर्स्ट मॉडल को पहली बार साल 2014 में पेश किया गया था। हालांकि कंपनी ने इसके सेकेंड जेनरेशन मॉडल को 2019 में पेश किया, जिसमें कई बड़े बदलाव देखने को मिले थें। जिनमें से प्रमुख रूप से, बढ़ी हुई हाइड्रोजन टैंक क्षमता के सौजन्य से ड्राइविंग रेंज में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिलती है।
पिछले साल, कंपनी ने लाइनअप में “एडवांस ड्राइविंग” सिस्टम को जोड़ा था, यह एक डेडिकेटेड लेन-सेंट्रल सिस्टम, एडवांस पार्किंग हेल्प आदि के साथ ड्राइवर मॉनिटर कैमरा और रिमोट सॉफ़्टवेयर अपडेट को सक्षम बनाता है। मिराई सेफ़्टी के मामले में भी काफी बेहतर है क्योंकि पिछले साल यूरो NCAP क्रैश टेस्ट में इसे 5 स्टार रेटिंग मिली है।