मुकेश हिंगड़ आज विश्व जल दिवस मनाया जा रहा है। इसका लक्ष्य भी यही है कि सभी को स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता हो और जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित रहे। भूजल को लेकर डूंगरपुर जिले की स्थिति अच्छी है। कहने का मतलब कि डूंगरपुर के दो ब्लॉक को छोडकऱ सभी ब्लॉक में भूजल सुरक्षित है और दो ब्लॉक में भी अभी ज्यादा स्थिति खराब नहीं है। उलट हम उदयपुर जिले के उन ब्लॉक की स्थिति देखे जो डूंगरपुर जिले से सटे है वहां भूजल का स्तर बहुत खराब हो गया है। कुछ ब्लॉक में तो अत्यधिक भूजल का दोहन कर दिया गया है। अब वहां जल संकट को लेकर बहुत स्थितियां विकट है और आने वाले समय में क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। डूंगरपुर की स्थिति ठीक है लेकिन हमे भी आने वाले समय को लेकर अभी से ही चेतना होगा। डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा व दोवड़ा ब्लॉक में जलदोहन से भूजल की स्थिति अद्र्ध संवेदनशील है। पास के उदयपुर जिले के खेरवाड़ा, केसरियाजी व सलूंबर ब्लॉक में भूजल के अत्यधिक दोहन से स्थितियां विकट हो गई है।
घटते भूजल व अतिदोहन के ये बड़े कारण – सिंचाई कार्य में सबसे ज्यादा भूजल का उपयोग – औद्योगिकीकरण व शहरीकरण – बढ़ती जनसंख्या – बारिश की कमी – पेड़-पौधों की कटाई
– भूजल का अंधाधुध दोहन भूजल संरक्षण के लिए ये करें – घरों के वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर अपने छत के पानी से भूजल को रीचार्ज करें – सिंचाई पद्धति को बदलना होगा, जैसे फव्वारा, ड्रिप सिंचाई प्रणाली को अपनाना होगा
– सप्लाई से जो पानी मिल रहा उसका ही उपयोग करें, बहुत ही संकट के समय ही हम नलकूप आदि का उपयोग करें – वेस्ट पानी का उपयोग करना – कम पानी की जरूरत से उगने वाली फसलों पर काम करना
– इंडस्ट्रीज में उपयोग में लिए पानी के पुन: उपयोग के लिए रिसाइकलिंग पर फोकस करना – कुएं, बावडिय़ां, तालाबों का जीर्णोद्वार करना, बारिश से पहले उन तक पानी पहुंचे ऐसे प्रबंध करना
इनका कहना है… असल में आमजन को भी जल संरक्षण के अभियान में जुडऩा चाहिए। भूजल एक सीमित संसाधन है इसका उपयोग हम सोच समझकर विवेक पूर्ण तरीके से करें। छोटी-छोटी बातों को ध्यान रखते हुए हम भूजल को बचा सकते है। वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम के जरिए भी जमीन को रीचार्ज करने का काम भी हमे करना चाहिए। आज हम सुरक्षित है लेकिन आने वाले कल के लिए ये प्रयोग जरूर हमारे काम आएंगे। कृषि के क्षेत्र में भी पारम्परिक की बजाय आधुनिक पद्धति को अपनाना होगा।
– सुमंत शर्मा, अधिशासी अभियंता, भूजल विभाग डूंगरपुरडूंगरपुर में भूजल निष्कर्षण की स्थिति ब्लॉक निष्कर्षण प्रतिशत 19-20 निष्कर्षण प्रतिशत 21-22 श्रेणी आसपुर 31.04 29.76 सुरक्षित बिछीवाड़ा 53.06 50.83 सुरक्षित
चीखली 48.53 53.99 सुरक्षित दोवड़ा 81.50 80.95 अद्र्ध संवेदनशील डूंगरपुर 63.69 65.92 सुरक्षित गलियाकोट 52.58 60.74 सुरक्षित झौंथरी 32.72 34.35 सुरक्षित साबला 39.39 42.14 सुरक्षित सागवाड़ा 87.50 80.22 अद्र्ध संवेदनशील
सीमलवाड़ा 69.15 62.32 सुरक्षित कुल 55.78 58.56 (भूजल निष्कर्षण् का स्तर 100 से ऊपर तो अति दोहित श्रेणी होती है) डूंगरपुर से सटे उदयपुर के ब्लॉक की स्थिति ब्लॉक स्थिति
खेरवाड़ा अत्यधिक दोहन केसरियाजी अत्यधिक दोहन सलूंबर गंभीर दोहन झल्लारा अद्र्ध संवेदनशील नीचे वीडियो देखे….
Hindi News / Dungarpur / विश्व जल दिवस विशेष : डूंगर की धरती में जल, हम सहेजेंगे तो ही सुरक्षित होगा कल