कुमार ने कहा कि महारानी को यह भ्रम है कि वह चुटकी बजाएंगी और कोई कवि उनके दरबार में कविताएं सुनाएगा और नाचेगा। उन्होंने कहा कि यह अहंकार छोड़ दीजिए, मैंने भी दो बार सरकारें बनाई हैं। उस सरकार की भी हिम्मत नहीं कि मुझसे उसके समर्थन में कविता लिखवा लें।
कुमार ने अपने वीडियो में डंूगरपुर, सागवाड़ा, बांसवाड़ा और उदयपुर के श्रोताओं से क्षमा याचना करते हुए कहा कि आज की शाम आपके साथ बिताने का निर्णय लिया था, लेकिन लोकतांत्रिक महारानी के आदेश के कारण मैं नहीं आ पा रहा हूं, लेकिन यह कारवां रूकेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जब भी डूंगरपुर बिना किसी राजसत्ता से डरे या दबाव के बुलाएंगे, मैं जरूर आऊंगा।
फेसबुक पर वीडियो लाइव होते ही कुमार के प्रशंसकों और समर्थनों ने उसे हाथों हाथ लेते हुए सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ कमेंट्स किए। कुछ घंटों में इस वीडियो को देखने और कमेंट्स करने वालों की संख्या हजारों में पहुंच गई।
फेसबुक लाइव को लेकर सभापति के.के.गुप्ता से बात करने पर उन्होंने किसी प्रकार की टिप्पणी से इनकार कर दिया।