बिना सहारे उठें कुर्सी से : कुर्सी से उठने के लिए अक्सर हम हत्थों का प्रयोग करते हैं लेकिन नए साल से ऐसा न करने का निश्चय करें। कुर्सी से उठते वक्त पैरों को दृढ़तापूर्वक जमीन पर टिकाएं, पेट की मसल्स टाइट करें और बिना सहारे खड़े हो जाएं। इससे कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
रोजाना एक कटोरी दही खाएं : कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक डेयरी प्रोडक्ट्स डायबिटीज से बचाते हैं। रोजाना एक छोटी कटोरी दही खाने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 28 फीसदी तक घटाया जा सकता है। इसमें मौजूद बैक्टीरिया पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं।
सीढ़ियों का ज्यादा प्रयोग : एस्केलेटर्स और लिफ्ट की बजाय ऑफिस या फ्लैट तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। इससे आपकी एक्सरसाइज होने के साथ अतिरिक्त कैलोरी भी बर्न होती है। इसके अलावा यह आदत पैरों की मांसपेशियों, फेफड़ों, हृदय के लिए लाभकारी है।
बैठे रहने की आदत से बचें : दिनभर बैठे रहकर काम करने के बीच थोड़ी-थोड़ी देर में खड़े हों या टहलें। इससे हार्ट रेट बढ़ती है और कैलोरी बर्न होती है जिससे वजन कम होता है।
पत्तेदार सब्जियां खाएं : ब्रिटेन स्थित लिसेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता कहते हैं कि हर रोज कम से कम डेढ़ कटोरी हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर खानी चाहिए। इनमें प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम व अन्य पोषक तत्त्व होते हैं। हरे मटर, बींस, पालक, ब्रोकली आदि इसके बेहतर स्त्रोत हैं। इन्हें खाने से टाइप-2 डायबिटीज की आशंका 14 फीसदी तक कम की जा सकती है।
कैलकुलेटर के बगैर करें हिसाब : जब भी आप किसी मॉल या सब्जी बाजार में जाएं तो खरीदारी का हिसाब बिना मोबाइल व कैलकुलेटर की मदद से करें। स्वीडन में की गई एक स्टडी के मुताबिक ऐसी छोटी-छोटी मेंटल एक्सरसाइज ब्रेन को चुस्त-दुरुस्त, व क्रियाशील बनाती हैं। गैजेट्स पर निर्भरता कम करके मानसिक श्रम को जीवन का हिस्सा बनाइए।
ये बातें भी काम की –
छोटी-छोटी दूरियां तय करने के लिए स्कूटर, बाइक या कार का इस्तेमाल करने की बजाय पैदल चलें या साइकिल का प्रयोग करें
सिगरेट, शराब या अन्य मादक पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। इनसे पूरी तरह परहेज करें।
चाय व कॉफी को अधिक लेने से बचें। इनसे एसिडिटी आदि की शिकायत हो सकती है। इनकी बजाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ग्रीन-टी लें। यह तनाव कम करने में मददगार है।
टूथब्रश गर्म पानी में उबालें : ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार आपके टूथब्रश में करीब एक करोड़ तक कीटाणु हो सकते हैं जिनमें खतरनाक बैक्टीरिया ‘ई कोली’ भी हो सकते हैं। इनसे बचने के लिए टूथब्रश को कुछ दिनों के अंतराल पर उबलते पानी से साफ करना चाहिए।