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ये छोटे-छोटे दाने हैं मधुमेह की रामबाण दवा , खाने का तरीका जान लीजिए

रागी मधुमेह के लिए एक अच्छा अनाज है क्योंकि यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है। इसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाता है। रागी में फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

Sep 28, 2023 / 10:07 am

Manoj Kumar

Ragi benefits

Ragi benefits : रागी मधुमेह के लिए एक अच्छा अनाज है क्योंकि यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है।

रागी मधुमेह के लिए एक अच्छा अनाज है क्योंकि यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है। इसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाता है। रागी में फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
रागी को मधुमेह वाले लोगों के लिए कैसे खाएं

रागी को मधुमेह वाले लोगों के लिए निम्नलिखित तरीकों से खाया जा सकता है:

रोटी: रागी की रोटी गेहूं की रोटी का एक अच्छा विकल्प है। यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है और फाइबर में अधिक है।
दलिया: रागी का दलिया नाश्ते के लिए एक अच्छा विकल्प है। यह पौष्टिक और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है।
उपमा: रागी की उपमा एक स्वादिष्ट और स्वस्थ नाश्ता व्यंजन है। यह बनाने में आसान है और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है।
पुडिंग: रागी की खीर एक स्वादिष्ट और स्वस्थ मिठाई है। यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है और फाइबर में अधिक है।
रागी के फायदे
रागी में कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

रक्त शर्करा नियंत्रण: रागी ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम है और फाइबर में अधिक है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
हृदय स्वास्थ्य: रागी में मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
पाचन स्वास्थ्य: रागी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।
वजन प्रबंधन: रागी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो वजन प्रबंधन में मदद करता है।
मधुमेह वाले लोगों के लिए रागी का सेवन कैसे करें
मधुमेह वाले लोगों को रागी को मध्यम मात्रा में खाना चाहिए। रागी को दिन में दो बार से अधिक नहीं खाना चाहिए। रागी के साथ अन्य खाद्य पदार्थों को संयोजित करना भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि सब्जियां और प्रोटीन, ताकि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
मधुमेह वाले लोगों के लिए रागी से बने कुछ व्यंजन

रागी की रोटी: रागी का आटा, गेहूं का आटा, पानी और नमक को मिलाकर आटा बना लें। आटे को नरम होने तक गूंथ लें। आटे को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और प्रत्येक टुकड़े को गोल करें। गोल आटे को गीले कपड़े से ढककर 15 मिनट के लिए रख दें। 15 मिनट बाद, प्रत्येक गोल आटे को रोटी की तरह बेल लें। रोटी को गर्म तवे पर पकाएं और दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पकाएं।
रागी का दलिया: रागी के आटे को पानी में मिलाकर घोल बना लें। घोल में नमक और स्वादानुसार काली मिर्च डालें। घोल को एक बर्तन में गर्म करें और लगातार चलाते हुए पकाएं। दलिया को मध्यम आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए। दलिया को गरमागर्म सर्व करें।
रागी की उपमा: रागी के आटे को पानी में मिलाकर घोल बना लें। घोल में नमक और स्वादानुसार काली मिर्च डालें। घोल को एक बर्तन में गर्म करें और लगातार चलाते हुए पकाएं। उपमा को मध्यम आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए। उपमा को गरमागर्म सर्व करें।
रागी की खीर: रागी के आटे को दूध

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