नई व्यवस्था के चलते धौलपुर में भी बसों की समय सारिणी में बदलाव किया गया है। समय बदलने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेष कर लोकल में यात्रा करने वाले यात्री परेशान नजर आ रहे हैं। गुरुवार को इसको लेकर राजाखेड़ा की तरफ सफर करने वाले यात्रियों ने इसको लेकर विरोध भी जताया।
बिना टिकट सवारी पर परिचालक होगा निलम्बित रोडवेज प्रशासन ने निगम को घाटे से उभारने के लिए चालक-परिचालकों पर नकेल करना शुरू कर दिया है। चालकों को 400 किमी बस चलानी होगी तो बस में बिना टिकट के 2 यात्री मिलने पर परिचालक पर गाज गिरेगी। टिकट नहीं मिलने पर परिचालक को निलम्बित कर दिया जाएगा। इसी तरह बस सारथी योजना में कार्यरत परिचालक को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। साथ ही जमा अमानत राशि को जब्त कर लिया जाएगा। वहीं, अब 4200 ग्रेड पे वाला अधिकारी बसों की जांच कर सकेगा।
रोडवेज को मिली 10 नई बसें उधर, रोडवेज में नई बसों के डिलेवरी प्राप्त होने पर सभी डिपो को बसें दी गई हैं। धौलपुर डिपो को 10 नई बस मिली हैं। ये बसें बीएस-6 श्रेणी की है। यानी एनसीआर की सडक़ों पर दौड़ सकती है। ये बसें कम प्रदूषण करेंगी। भरतपुर, अलवर, मत्स्य नगर डिपो को बीएस-6 की अन्य डिपो से अधिक बसें मिली हैं। इन डिपो की बसें एनसीआर में अधिक संचालित होने से दी गई हैं। नई बसों को जयपुर, आगरा, फर्रुखाबार, रूपवास-जयपुर, गंगापुरसिटी-जयपुर, बयाना-जयपुर, खाटू श्याम, धौलपुर से औरेया मार्ग पर संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा डिपो को 4 बस अलवर डिपो से प्राप्त होंगी। इसमें 2 बसे आ चुकी हैं।
प्रतिदिन 10 लाख रुपए की आय केन्द्रीय बस स्टैण्ड से प्रतिदिन करीब 10 लाख रुपए की आय होती है। बस स्टैण्ड से औसत करीब 11 हजार यात्री विभिन्न स्थानों के लिए यात्रा करते हैं। स्टैण्ड से वर्तमान में रोडवेज की 57 बसें संचालित हैं। इसके अलावा अनुबंधित 22 बसें और चल रही हैं।