जलदाय विभाग पर सदस्यों की नाराजगी उतरी सभा में सर्वाधिक नाराजगी जलदाय विभाग के अधिकारियों पर थी। सहायक अभियंता और शहर अभियंता अनुपस्थित थे। केवल ग्रामीण कनिष्ठ अभियंता पहुंचे। सदस्यों ने बताया कि अधिकांश हैंडपम्प खराब हैं। जनता को जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा, लोग प्यासे हैं। अभी ये हाल है तो गर्मियों में क्या हालात होंगे। जिस पर विधायक ने अभियान चला कर हैंडपंप और अन्य योजनाओं की मरम्मत युद्धस्तर पर करने को निर्देशित किया, साथ ही मरम्मत के आवश्यक सामग्री भी तुरंत खरीदने को कहा।
पत्रिका की खबर पर संज्ञान हरी लकड़ी की अवैध कटाई और एक पेड़ मां के नाम जैसे महत्वाकांक्षी अभियानों में लगाए गए पेड़ों की बड़ी संख्या में नष्ट हो जाने पर विधायक ने कड़ी नाराजगी जताई उन्होंने कहा कि सरकार केवल नारे देती है। नरेगा में पौधारोपन तो करवाया लेकिन उनकी देखभाल की व्यवस्था न होने से अधिकांश पौधारोपन महत्वहीन हो गया। उन्होंने स्वामित्व योजना में अब तक ड्रोन सर्वे न होने पर भी नाराजी दिखाई। साथ ही मरेना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नई डिजिटल एक्सरे मशीन विधायक कोटे से खरीद कर देने का भरोसा दिलाया। ब्लॉक सीएमएचओ ने बताया कि मरैना में रेडियोग्राफर है पर मशीन न होने से उसे खाली बैठाकर वेतन देना पड़ रहा है।
विधायक ने सभी ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के आशार्थियों व प्रतीक्षा सूची को राजीव गांधी सेवा केंद्र के बोर्ड पर चिपकाया जाए जिससे पार दर्शिता बनी रहे। देवखेड़ा सरपंच ने बताया कि गड़ी जोनावद में आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण कुछ स्थानीय लोग नहीं होने दे रहे, अजीतापुरा में आंगनवाड़ी भवन बन चुका है पर हैंडओवर नहीं किया गया है। जिस पर उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि वे तुरंत कड़ी कार्रवाई करें साथ ही प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर हैंडपम्प लगवाना और भवन की गुणवत्तापूर्ण मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें।
बड़ी संख्या में अधिकारी अनुपस्थित सभा में शिक्षा विभाग, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता, वन विभाग, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी आदि अनुपस्थित रहे, जबकि ग्राम विकास अधिकारी 32 में से केवल 11 ही उपस्थित थे। उपखण्डाधिकारी और सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी सभा समाप्ति के बाद पहुंच पाए। यह असंवेदनशीलता सभा मे गूंजती रही।