ऐसी मान्यता हैं कि सुबह सुबह अगर किसी किन्नर के दर्शन हो जाये तो व्यक्ति का दिन अच्छा बितता हैं । किन्नर अथवा हिजड़े न तो पूर्ण रूप से पुरुष होते हैं और न महिला इसलिए इनका अलग ही संप्रदाय होता है, यूं तो किन्नरों को आपने विवाह-शादी या बच्चे के जन्म के समय नाचते गाते कई बार देखा होगा । ये बिना बुलाय ही लोगों के घरों की खुशियों में शामिल होकर अधिकार के साथ बधाई मांगते हुये आशीर्वाद भी देते हैं, और ऐसा कहा जाता हैं कि किन्नरों का आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाता । इन्हें रेल और बसों में भी नाचते, गाते और पैसे मांगते देखा जा सकता है । कई लोग तो यहां तक कहते कि इनसे आशीर्वाद मिलना अपने भाग्य का उदय होगा ऐसा मानते हैं ।
अगर आप घर से बारह जान के लिए निकले और घर के बाहर या रास्ते में कहीं किन्नर मिल जाये तो सबसे पहले उनको नमस्कार जरूर करें, और उसे अपनी इच्छा के अनुसार कुछ रुपए आदि भेंट जरूर करें । संभव हो तो उसे भोजन भी कराएं । इसके बाद उस किन्नर से आप एक सिक्का (उसके पास रखा हुआ, आपके द्वारा दिया हुआ नहीं) मांग लें । इस सिक्के को घर की तिजोरी, अपने गल्ले, कैश बॉक्स या धन रखने के अन्य किसी स्थान पर लाल कपड़े में लपेटकर रख दें । किन्नरों के आशीर्वाद र ऐसे करने के बाद कुछ ही दिनों में अचानक धन आवक के स्रोत बढ़ने लगेंगे ।