सावन में शिव की पूजा के 12 नियम
1- सावन मास के पहले शुक्रवार के दिन अगर घर की गृहलक्ष्मी सुबह सूर्योदय के समय घर के मुख्य द्वार की दाहिने तरफ एक लोटा लाल पुष्प मिला जल डालेगी, तो उस घर में धन का आगमन शीघ्रता से होने लगता है।
2- सावन के पहले शुक्रवार से लेकर पूरे सावन भर परिवार के सभी सदस्य अपने माथे पर शुद्ध केसर का तिलक गाय के घी या दुध में मिलाकर लगायें तो व्यापार या अन्य आय के स्रोतों में अचानक धन लाभ में वृद्धि होने लगेगी।
3- सावन मास के सभी शुक्रवार को गृहलक्ष्मी इन्द्र देव द्वारा रचित महालक्ष्मी स्तोत्र का 11 बार पाठ करें तो, उसके परिवार में कभी भी धन का अभाव नहीं रहेगा।
4- सावन में शुक्रवार के दिन सूर्यास्त के बाद परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर माता लक्ष्मी की विशेष वंदना श्रीसूक्त का पाठ करेंगे तो जीवन भर पैसों की कमी नहीं रहेगी।
5- सावन मास के शुक्रवार को गृहलक्ष्मी शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे चंदन की सुगन्धित धूप व गाय के घी का दीपक आटे वाला जलायें तो, माता लक्ष्मी सदैव के लिए उस घर में निवास करने लगती है।
6- सावन में प्रति शुक्रवार को पति पत्नी दोनों मिलकर केसर मिले दूध से भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का अभिषेक करेंगे तो, उनकी सात पीढियों तक धन की कमी नहीं रहेगी।
7- सावन के पहले शुक्रवार को घर की लक्ष्मी अपने हाथ से बेलपत्र के पेड़ की थोड़ी सी जड़ लाकर उसकी पूजा करके घर की तिजोरी में गुलाबी कपड़े में बादकर रख दे। ऐसा करने से आजीवन घर में धन का भंडार भरा रहेगा।
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