अनंत चतुर्दशी का व्रत (Anant Chaturdashi Vrat)
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा भी की जाती है। साथ ही भक्त उपवास रखकर भगवान विष्णु की पूजा कर हाथ में अनंत सूत्र बांधते हैं। मान्यता है कि अनंत सूत्र में वास करने वाले भगवान भक्तों की हर संकट में रक्षा करते हैं।कब है अनंत चतुर्दशी
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि प्रारंभः सोमवार 16 सितंबर 2024 को दोपहर 03:10 बजे सेभाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि समापनः मंगलवार 17 सितंबर 2024 को सुबह 11:44 बजे तक अनंत चतुर्दशी (उदयातिथि): मंगलवार 17 सितंबर 2024 को
अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्तः मंगलवार 17 सितंबर सुबह 06:07 बजे से सुबह 11:44 बजे तक
अवधिः 05 घंटे 37 मिनट्स
गणेश विसर्जन मुहूर्त
प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत): 17 सितंबर सुबह 09:11 बजे से दोपहर 01:47 बजे तकअपराह्न मुहूर्त (शुभ) : दोपहर 03:19 बजे से दोपहर 04:51 बजे तक
सायंकाल मुहूर्त (लाभ): शाम 07:51 बजे से रात 09:19 बजे तक
रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर): रात 10:47 बजे से अगले दिन 18 सितंबर सुबह 03:12 बजे तक (देर रात)