10 जिलों के DM और SP ने संभाली कमान
स्नान पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। प्रयागराज के साथ-साथ आसपास के 10 जिलों के जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) स्वयं व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।अखाड़ा मार्ग सील, ट्रैफिक प्लान लागू
प्रशासन ने अखाड़ा मार्ग को सील कर दिया है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को सुव्यवस्थित किया जा सके। स्नान के दौरान यातायात बाधित न हो, इसके लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है, और पार्किंग के लिए विशेष स्थान चिन्हित किए गए हैं। सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने की सुविधा दी जा रही है।संगम पर उमड़ी भक्तों की भीड़
मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। भक्तों ने पूजा-अर्चना और दान-पुण्य के साथ स्नान की परंपरा का पालन किया। संगम क्षेत्र में सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं। इस अवसर पर साधु-संतों के अखाड़ों ने भी स्नान किया।धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन
स्नान के अलावा, मेला क्षेत्र में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कथा, भजन-कीर्तन और अन्य धार्मिक आयोजनों से वातावरण आध्यात्मिक हो गया है। विभिन्न धर्मशालाओं और सामाजिक संगठनों द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भोजन और ठहरने की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय
मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कैम्प लगाए गए हैं। आपातकालीन स्थिति के लिए एम्बुलेंस सेवाएं और डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है।सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी की हाई-लेवल मीटिंग, खालिस्तानी धमकी को लेकर एजेंसियां अलर्ट
मौनी अमावस्या का स्नान श्रद्धालुओं के लिए आत्मिक शांति और पवित्रता का प्रतीक है। प्रशासन और श्रद्धालुओं के सामूहिक प्रयासों से यह पर्व शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो रहा है।